रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में चॉइस सेंटर संचालक की वजह से दो लोगों का भविष्य अंधकारमय हो गया है। चॉइस सेंटर संचालक ने फर्जीवाड़ा कर एक परीक्षार्थी को पहले से जारी किसी और के नाम पर जारी प्रवेश पत्र को दोबारा जारी कर दिया, जिसकी वजह से आवेदिका को परीक्षा से वंचित होना पड़ गया।
दरअसल, 19 दिसंबर रविवार को व्यापम ने डाटा एंट्री ऑपरेटर के रिक्त पदों पर भर्ती के लिए परीक्षा आयोजित की थी। इस परीक्षा में शामिल होने के लिए हजारों की तादाद में उम्मीदवारों ने आवेदन दाखिल किया था। रविवार को मीना साहू नाम की अभ्यर्थी जब परीक्षा देने के लिए परीक्षा केंद्र पहुंची, तब पता लगा कि उसे नाम बदलकर प्रवेश पत्र जारी किया गया है, जबकि संबंधित रोल नंबर चंद्रकांत के नाम पर शासन ने पहले से जारी कर दिया है।
चॉइस सेंटर संचालक के इस फर्जीवाड़े का खुलासा होने के बाद जे आर नायडू शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की परीक्षा केंद्र अधिकारी साक्षी खरे की शिकायत पर आरोपी चॉइस सेंटर संचालक नीलेश देवांगन पिता बलराम देवांगन को गिरफ्तार किया गया है। इस मामले को लेकर तेलीबांधा पुलिस ने भी सक्रियता दिखाई और तत्काल कार्रवाई को अंजाम दिया।