नई दिल्ली। कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के बढ़ते मामलों के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी देश में महामारी की स्थिति की समीक्षा के लिए बैठक की। इस दौरान उन्होंने कहा कि नए वैरिएंट को देखते हुए हमें सतर्क और सावधान होना चाहिए। सरकार सतर्क है; बीमारी की रोकथाम और प्रबंधन के लिए केंद्र सरकार राज्यों का पूरा सहयोग कर रही है। तत्काल और प्रभावी कान्टेक्ट ट्रेसिंग, टेस्टिंग में तेजी, टीकाकरण में तेजी लाना और स्वास्थ्य बुनियादी ढांचे को मज़बूत करने पर ध्यान केंद्रित किया जाना चाहिए।
बता दें कि देश में अब तक कोरोना वायरस के ओमिक्रोन वैरिएंट के 300 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं। महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा 88 मामलों की पुष्टि हुई है। इसके बाद दिल्ली में 64 मामलों मामले सामने आए हैं। इससे संक्रमित 100 से ज्यादा मरीज ठीक हो चुके हैं।
गौरतलब है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को ओमिक्रोन को लेकर सचेत किया। साथ ही कहा कि वर्तमान वैज्ञानिक प्रमाणों के आधार पर, डेल्टा वैरिएंट की तुलना में कम से कम तीन गुना तेजी से फैलता है। मंत्रालय ने आगे कहा कि स्थानीय और जिला स्तर पर प्रबंधन का निर्देश दिया। इस दौरान कहा गया कि कहा कि ‘वार रूम’, सक्रिय कर लें, सक्रिय कदम उठाएं और नाइट कफ्र्यू लगाने जैसे कदम उठाने पर भी विचार करें।
केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को लिखे पत्र में ओमिक्रोन के बढ़ते प्रसार को रोकने के लिए सख्त रणनीतिक उपाय करने को कहा है। इसमें रात का कफ्र्यू लगाना, एक जगह ज्यादा लोगों के एकत्र होने से रोकना, शादी-विवाह और अंतिम संस्कार इत्यादि में शामिल होने वालों की संख्या सीमित करना शामिल है। आपताकालीन संचालन केंद्रों को भी सक्रिय करने की सलाह दी है। साथ ही जिला व स्थानीय स्तर पर निगरानी बढ़ाने और जांच में तेजी लाने को भी कहा है। निज क्षेत्रों में ज्यादा संक्रमित मिल रहे हों, वहां के नमूनों को तुरंत जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए इंसाकाग की प्रयोगशालाओं को भेजने को कहा गया है।