रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री और उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के मुख्य पर्यवेक्षक भूपेश बघेल का गुस्सा उस वक्त फूट पड़ा जब वे उत्तर प्रदेश में किसानों की रैली को संबोधित करने वाले थे। दरअसल मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को संबंधित जिले के कलेक्टर ने पहले तो सभा करने से मना कर दिया लेकिन जब अनुमति दी भी तो उसमें कई शर्तों को लागू कर दिया।
मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने किसानों की रैली को संबोधित करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ में गुंडाराज तो खत्म कर दिया है लेकिन जिला प्रशासन के मुखिया यानी कलेक्टर को गुंडा बना दिया है।
सीएम बघेल ने अपने संबोधन में बताया कि पहले तो उन्हें कलेक्टर ने सभा करने से मना कर दिया, सभा की अनुमति दी तो नसीहत यदि गई कि वह किसानों की बात नहीं करेंगे, वे केंद्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्रा टेनी के बेटे की बात नहीं करेंगे और तो और लखीमपुर खीरी की घटना का उल्लेख करने से भी उन्हें मना किया गया।
मुझसे कहा गया कि लखीमपुर में आप टेनी की औलाद के बारे में बात नहीं कर सकते। pic.twitter.com/IyIrtBMGDb
— Bhupesh Baghel (@bhupeshbaghel) December 22, 2021
इन तमाम बातों को लेकर गुस्साए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह लोकतंत्र है या इसका मजाक बना दिया गया है जहां एक मुख्यमंत्री को किसानों की बात करने से रोका जा रहा है।