रायपुर। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में दो दिवसीय धर्म संसद-2021 का आयोजन किया गया है. धर्म संसद में देश के सभी जाने माने संत-महात्मा रायपुर के रावणभाठा मैदान में इकट्ठा हुए. वहीं आज यानी रविवार को एक संत के बयानों को लेकर धर्म संसद बवाल मच गया. जहां महाराष्ट्र से आए संत कालीचरण ने मंच से देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी को गन्दी गालियां दीं, उनके इस अपशब्द बयान से दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास भड़क गए. उन्होंने कहा कि ये हमारा सनातन धर्म नहीं हो सकता, मैं इस धर्म संसद से खुद को अलग करता हूं।
बता दें कि धर्म संसद में महाराष्ट्र से आए कालीचरण महाराज ने देश के राष्ट्रपिता महात्मा गांधी पर विवादित बयान दिया है. उन्होंने महात्मा गांधी को गाली देते हुए गोडसे को प्रणाम किया. कालीचरण महाराज ने धर्म संसद को संबोधन करते हुए कहा कि महात्मा गांधी की वजह से देश का विभाजन हुआ, गोडसे को नमस्कार है कि उन्होंने महात्मा गांधी को….. मार डाला. इसके साथ ही उन्होंने अपने संबोधन में करीब दो बार महात्मा गांधी को गली दी है.
कालीचरण महाराज के इस बयान के बाद धर्म संसद में हंगामा मच गया. वहीं दूधाधारी मठ के महंत रामसुंदर दास ने इसका विरोध किया. उन्होंने कहा कि क्या महात्मा गांधी सही में गद्दार थे…… महंत रामसुंदर दास बोले सन 1947 का वक़्त याद कीजिये। जिस परिस्थिति वर्स भारत स्वतंत्र हुआ… महात्मा गांधी ने क्या कुछ नहीं किया जिन्हे राष्ट्रपिता के उपाधि से नवाज़ा गया. उनके विषय में इस धर्म संसद से ऐसी बात ये हमारा सनातन धर्म नहीं हो सकता। मैं इस धर्म संसद से खुद को अलग करता हूं. निंदा करता हूँ. मंच से इतना कहकर महंत रामसुंदर दास उतर गए और दूधाधारी मठ लौट गए।