कोंडागांव जिले में बस्तर फाइटर्स में भर्ती कराने के नाम पर धोखाधड़ी का प्रयास करने वाले एक पत्रकार समेत 2 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। इनमें से एक युवक रोजगार कार्यालय में कार्य करता है। जो पंजीयन करवाने आने वाले युवक-युवतियों का मोबाइल नंबर पत्रकार को देकर युवाओं से 1.50 लाख रुपए में बस्तर फाइटर्स में नौकरी लगाने का झांसा देने का प्रयास कर रहा था। वहीं मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने दोनों आरोपियों को गिफ्तार कर जेल भेजा है। मामला कोंडागांव थाना क्षेत्र का है।
कोंडागांव में पुलिस ने मंगलवार को प्रेस वार्ता लेकर मामले का खुलासा किया है। जिले के बयानार का रहने वाला युवक दुपेंद्र वैध ने थाना में आकर शिकायत की थी कि रोजगार कार्यालय में काम करने वाला सचिन कुमार रामटेके ने उन्हें जिला कार्यालय में बुलाया और 3 हजार रुपए लेकर उसे नियुक्ति पत्र भी दे दिया। और उससे 1.50 लाख रुपए देने के कहा। यदि पैसे नहीं देता तो उसे जॉइनिंग नहीं मिलेगी कहा था। साथ ही बोला पैसे देने के बाद SP कार्यालय से उसे वर्दी और हथियार मिल जाएगा। जिसके बाद जगदलपुर जा कर वो ड्यूटी ज्वाइन कर सकता है।
जब युवक को शक हुआ तो वह सीधे पुलिस थाना चले गया और इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई। जिसके बाद पुलिस जांच में जुटी और सचिन कुमार रामटेके को फौरन गिरफ्तार किया गया। रामटेके ने पुलिस को बताया कि इस मामले में एक पत्रकार अब्दुल कादिर मेमन भी उसके साथ मिला हुआ था। इससे पहले भी इन्होंने दो तीन लोगों को फोन कर अपने झांसे में फंसाने की कोशिश की थी लेकिन वे नाकाम रहे थे।
पत्रकार को देता था मोबाइल नंबर
रोजगार कार्यालय में पंजीयन करवाने आने वाले युवक-युवतियों से सचिन जॉब के बारे में पहले पूछता था कि वे किस जॉब में अप्लाई करने वाले हैं। यदि उन्हें युवक-युवती बताते थे कि बस्तर फाइटर्स में वे अप्लाई कर रहे हैं तो उनका मोबाइल नंबर, नाम और पता वह सीधे पत्रकार अब्दुल कादिर मेमन को भेज दिया करता था। जिसके बाद अब्दुल और सचिन दोनों मिलकर युवाओं को अपने जाल में फंसाने का प्रयास करते थे।
जानिए क्या है बस्तर फाइटर्स?
बस्तर में स्थानीय युवक-युवतियों को रोजगार से जोड़ने के लिए बस्तर फाइटर्स नाम की एक फोर्स का गठन किया जा रहा है। इस बस्तर फाइटर्स में बस्तर के सातों जिलों से 2800 युवक-युवती की भर्ती होनी है। प्रत्येक जिले में 400-400 युवा भर्ती होंगे। स्थानीय युवाओं के फौज में भर्ती होने से एक तरफ जहां इससे युवाओं को रोजगार मिलेगा तो वहीं स्थानीय युवाओं के भर्ती होने से माओवाद की कमर टूटेगी।