देश में एक बारगी कोरोना के केस में 200 प्रतिशत का इजाफा खौफ पैदा करने लगा है। देश के सभी राज्यों में एक साथ कोरोना के मरीजों की संख्या बढ़ रही है। जिसकी वजह से राज्यों को प्रतिबंधात्मक फैसला लेने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है। आशंकाओं को देखते हुए केंद्र सरकार ने पहले ही राज्यों को अपने स्तर पर प्रतिबंध लगाने की छूट दे दी है।
इधरच, बिहार में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं। ऐसे में बिहार में लॉकडाउन लगेगा या प्रतिबंधों को और कड़ा किया जाएगा, इस पर कल क्राइसिस मैनेजमेंट ग्रुप की बैठक के बाद फैसला लिया जाएगा। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा, मैंने अधिकारियों से पूरी स्थिति की समीक्षा करने के लिए कह दिया है। बिहार में कितनी पाबंदियां लगानी है, इसको लेकर फैसला कल लिया जाएगा।
टल सकती है सीएम की यात्रा
नीतीश कुमार ने अपनी समाज सुधार अभियान यात्रा को भी रोकने के संकेत दिए। उन्होंने कहा, कल मेरी यात्रा है और हालात को देखकर जल्द फैसला लिया जाएगा। उन्होंने कहा, मेरी जनसभा या मीटिंग में सब लोगों को सुरक्षित रखा जाता है। हालांकि, उन्होंने कहा, मेरी यात्रा में भीड़ बहुत अधिक होती है, यह सच बात है।
बिहार में पिछले 24 घंटे में कोरोना के 352 केस सामने आए हैं. इनमें से 142 केस पटना में मिले. पटना में नालंदा मेडिकल कॉलेज और पटना हॉस्पिटल के 87 डॉक्टर भी कोरोना पॉजिटिव मिले हैं। हालांकि, ज्यादातर को लक्षण नहीं हैं या हल्के लक्षण हैं। बिहार में अब तक कोरोना के 7,26,098 केस सामने आ चुके हैं। हालांकि, इनमें से 7.16 लाख लोग ठीक हो चुके हैं। 9661 लोगों की मौत अभी तक कोरोना से हुई है।