रायपुर। सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के यह कहने कि ‘हम तीसरी लहर की ओर बढ़ रहे हैं’ प्रशासनिक हरकतें तेज हो गईं हैं। तो वहीं सोमवार को रायपुर में 222 नए मरीजों के मिलने के बाद प्रशासन के माथे पर बल पड़ गया है। महज चार दिनों के भीतर रायपुर में 436 नए मरीज मिले हैं, जिसे देखते हुए रायपुर कलेक्टर ने आपात बैठक ली और पुलिस व निगम को बगैर मॉस्क दिखने वालों के खिलाफ कार्रवाई का आदेश जारी कर दिया है।
कलेक्टर रायपुर ने स्पष्ट कर दिया है कि बिगड़ते हालात पर नियंत्रण के लिए जरुरी है कि सभी कोविड नियमों का सख्ती से पालन करें। सबसे ज्यादा जरुरी मॉस्क है, जिससे 70 फीसदी नियंत्रण संभव है। कलेक्टर रायपुर सौरभ कुमार ने निगम और पुलिस विभाग को निर्देशित किया है कि शहर में जो कोई भी बगैर मॉस्क के नजर आता है, उसके खिलाफ जुर्माना कार्रवाई किया जाए और अंतिम हिदायत दी जाए।
वहीं कलेक्टर ने अफसरों से भी कह दिया है कि काम में कोई लापरवाही नहीं चलेगी। उन्होंने अधिकारियों से कहा कि सौंपे गए कार्य को जिम्मेदारीपूर्वक करें। उन्होंने प्रतिदिन कम से कम 4 हजार से अधिक लोगों का कोरोना जांच करने के भी निर्देश दिए। कलेक्टर ने जरूरत पड़ने पर तत्काल माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को भी कहा है।
प्रतिदिन 4 हजार जांच के निर्देश
कलेक्टर की इस बैठक में हर दिन कम से कम 4 हजार से अधिक लोगों की जांच कराने के निर्देश दिए हैं। स्वास्थ्य विभाग के अफसरों से कहा गया है कि शासकीय अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट, विदेशों से आने वाले लोगों की टेस्टिंग- आइसोलेशन, संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने वाले व्यक्तियों की ट्रेसिंग, अस्पतालों में बैड और दवाइयां है या नहीं ये देखकर रिपोर्ट भेजें। जहां जरूरी हो वहां फौरन इंतजाम करें। कलेक्टर ने कुछ प्राइवेट अस्पतालों को नोटिस जारी करने को कहा है, जिनकी तरफ से बेड की जानकारी नहीं मिली है।
चार दिनों में हालात बेकाबू
बीते शुक्रवार को रायपुर में 51, शनिवार को 73, रविवार को 90 और सोमवार रात तक 222 कोविड संक्रमितों की पहचान एक दिन में हुई है। 4 दिन में कुल 436 मरीजों के मिलने से अब तक ठंडा पड़ा कोविड संक्रमण, ठंड के इस मौसम में शहर का हॉट इश्यू बन चुका है। प्रदेश में पिछले 24 घंटों में 698 नए संक्रमितों की पुष्टि हुई है। राहत की बात ये है कि प्रदेश में आज कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है। नए मरीजों की पुष्टि के बाद प्रदेश में एक्टिव मरीजों की संख्या 1942 हो गई है।