रायपुर। “Woman Entrepreneur: Changing the Narrative in Agriculture” विषय पर संगोष्ठी का आयोजित संगोष्ठी पर कृषि क्षेत्र में महिला उद्यमिता एवम महिला सशक्तिकरण पर चर्चा की गई। जहां भारत देश की 65 प्रतिशत आबादी कृषि पर आधारित, वहीं कृषि के क्षेत्र में महिला उद्यमियों को संख्या बहुत कम है। कृषि शिक्षा को रोजगारपरक बनाने एवम युवाओं को खुद का व्यवसाय स्थापित करने के उद्देश्य से कृषि महाविद्यालय रायपुर के संगोष्ठी कक्ष में आयोजित इस कार्यक्रम में मुख्य वक्ता नम्रता यदु ने अपने उद्यमिता के सफर का अनुभव कृषि व्यवसाय प्रबंधन के छात्रों के साथ साझा किया।
उन्होंने समझाया “एक अच्छा उद्यमी होने के लिए एक कुशल प्रबंधक होना आवश्यक है”, समय प्रबंधन, जोखिमों के बारे में सचेत रहना आदि विषय उनके वक्तव्य के केंद्रबिंदु थे। कोविड गाइडलाइन को ध्यान में रखते हुए कराए गए इस कार्यक्रम में कृषि महाविद्यालय के अधिष्ठाता डॉक्टर एमपी ठाकुर, कृषि व्यवसाय प्रबंधन के विभागाध्यक्ष डॉ अजय गौरहा, डॉ मेघराज चंद्राकर विभागाध्यक्ष कृषि अर्थशास्त्र एवम छात्रों में निखिल तिवारी, आकाश चंद्रा, सिद्धार्थ पिसदा, अक्षिता वसिष्ठ, प्रज्ञा चंद्राकर, चंद्रकुमार वर्मा, प्रमोद साहू, निखिल गोस्वामी, श्रृष्टि साहू आदि उपस्थित थे।