नई दिल्ली। देश में कोरोना की तीसरी लहर का असर नजर आने लगा है। भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,41,986 नए मामले आए, 40,895 रिकवरी हुईं और 285 लोगों की कोरोना से मौत हुई। हर दिन कोरोना के नए मरीजों की बढ़ती संख्या स्वाभाविक तौर पर चिंता का विषय है।
तीसरी लहर की दस्तक के साथ ही देश के लिए सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि देश में 150 करोड़ कोरोना के डोज लग चुके हैं, तो अब बूस्टर डोज की तैयारी शुरु हो गई है और देश में 15 से 18 वर्ष के उम्र के बच्चों का टीकाकरण महाभियान भी जारी है। वहीं 10 जनवरी से देश में बूस्टर डोज भी लगाने का सिलसिला शुरु हो जाएगा।
भारत में पिछले 24 घंटों में कोरोना वायरस के 1,41,986 नए मामले आए, 40,895 रिकवरी हुईं और 285 लोगों की कोरोना से मौत हुई। #COVID19
सक्रिय मामले: 4,72,169
कुल रिकवरी: 3,44,12,740
कुल मौतें: 4,83,463
कुल वैक्सीनेशन: 150.06 करोड़
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 8, 2022
कोरोना का टीका लगने के बाद घातक कोरोना वायरस अब पहली व दूसरी लहर की तरह नुकसान नहीं पहुंचा पाएगा, विशेषज्ञों का यह मत सामने आया है, तो असर भी स्पष्ट देखने में आ रहा है।
इन तमाम बातों के बीच ‘CO-VAXIN’ निर्माता भारत बॉयोटेक ने आग्रह किया है कि देश में बच्चों को केवल और केवल CO-VAXIN का ही टीका लगाया जाए। इसके पीछे उनका मत है कि चिकित्सकीय परीक्षण के दौरान CO-VAXIN को 2—18 साल के बच्चों के लिए सुरक्षित और कारगर माना गया है। वहीं यह भी कहा गया है कि बच्चों के लिए CO-VAXIN को ही अप्रुवल मिला हुआ है। इससे उनकी रोग—प्रतिरोधक क्षमता का भी विकास होगा।
हमें COVID-19 के लिए 15-18 वर्ष के आयु वर्ग के बच्चों के टीकाकरण की रिपॉर्ट मिली है। हम स्वास्थ्य कर्मियों से सतर्क रहने और यह सुनिश्चित करने का अनुरोध करते हैं कि बच्चों को केवल कोवैक्सिन दी जाए: भारत बायोटेक pic.twitter.com/MClR0yELp1
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 7, 2022