नई दिल्ली। कोरोना की तीसरी लहर ने भारत को चपेट में लेना शुरु कर दिया है। प्रतिदिन नए कोरोना मरीजों का आंकड़ा 1 लाख के पार हो चुका है। राहत की बात यह है कि देश में 150 करोड़ वैक्सीनेशन पूरा हो चुका है। हालांकि इसके बावजूद भी देश के कई राज्यों में कोरोना प्रचंड वेग से बढ़ रहा है, और लोग चपेट में आ रहे हैं, लेकिन अभी तक गंभीर लक्षण की बात सामने नहीं आई है। दो राय नहीं कि कोरोना संक्रमितों की मौतों का सिलसिला नहीं टूटा है।
देश में कोरोना की तीसरी लहर को देखते हुए बूस्टर डोज की सिफारिश को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने पहले ही मंजूरी दे दी है, तो वहीं 15 से 18 वर्ष तक के बच्चों का देश में टीकाकरण भी शुरु हो चुका है, जो काफी रफ्तार से आगे बढ़ रहा है। इसका तात्पर्य यह है कि कोरोना की जंग में अब न्यूनतम 15 साल के बच्चे भी कवच के साथ मैदान में हैं।
फिलहाल केवल इन्हें बूस्टरर्स
फ्रंट लाइन वर्कर्स और हेल्थ वर्कर्स या फिर 60 साल से ज्यादा की उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाई जाएगी। अब इस मामले में नया अपडेट यह है कि जिन लोगों को कोरोना वैक्सीन की 2 डोज लग चुकी हैं वे बिना किसी रजिस्ट्रेशन के सीधे टीकाकरण केंद्र में अपॉइंटमेंट ले सकते हैं या वॉक-इन कर सकते हैं।
रजिस्ट्रेशन की नहीं जरूरत
इसका शेड्यूल शनिवार यानी 8 जनवरी को प्रकाशित किया जाएगा। साथ ही ऑनलाइन अपॉइंटमेंट की सुविधा भी शनिवार शाम से शुरू हो जाएगी। आपको बता दें कि बूस्टर डोज का टीकाकरण 10 जनवरी से शुरू होना है।
ऐसा होगा बूस्टर डोज
हाल ही में सरकार ने बताया था कि स्वास्थ्यकर्मियों, फ्रंट लाइन वर्कर्स और 60 वर्ष या उससे अधिक उम्र के लोगों को दी जाने वाली कोविड-19 टीके की बूस्टर डोज पहली दो खुराक की तरह ही होगी। नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वी के पॉल ने कहा कि जिन लोगों ने पहली दो खुराक कोविशील्ड की ली है, उन्हें कोविशील्ड टीका दिया जाएगा और जिन लोगों ने कोवैक्सीन लिया है, उन्हें कोवैक्सीन दिया जाएगा।