दुर्ग। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले चरौदा से Online Fraud का मामला सामने आया है, जिसका शिकार रेलवे के सेवानिवृत्त कर्मचारी हुए हैं। धोखाधड़ी के इस बड़े मामले में रिटायर्ड रेलवे कर्मचारी ने पुलिस को बताया कि उन्होंने ना तो किसी को OTP बताया है और ना ही किसी ने एक बार भी पूछा है, पर उनके खाते से 10 लाख से ज्यादा की रकम पार हो गई है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरु कर दी है।
इस Online Fraud के मामले में भिलाई—3 पुलिस ने अज्ञात अपराधी के खिलाफ धारा 420 के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। थाना प्रभारी विनय सिंह ने बताया कि पंचशील नगर बीएमवाय चरौदा निवासी वीएस शर्मा (62 वर्ष) रेलवे से रिटायर्ड कर्मचारी हैं। भिलाई तीन की एसबीआई पदुमनगर ब्रांच में उनका खाता है। उस खाते में रिटायरमेंट का लाखों रुपए जमा था। 15 दिसंबर की सुबह करीब 11.30 बजे वीएस शर्मा ने अपने खाते से 6 हजार रुपए निकाला था।
YONO ऐप इंस्टाल करने के बाद
एक सप्ताह बाद वह फिर से एसबीआई बैंक पहुंचे और अपने मोबाइल में YONO ऐप (एसबीआई का ऑनलाइन ट्रांजेक्शन करने वाला ऐप) बैंक के हेल्प डेस्क से डाउनलोड करवाने लगे। बैंक कर्मचारी ने जब उनके मोबाइल पर ऐप डाउनलोड कर दिया, उसके बाद वे एसबीआई मशीन से अपनी पासबुक एंट्री करने पहुंचे।
एंट्री करते ही उड़े होश
रिटायर्ड कर्मचारी ने एंट्री हो जाने के बाद देखा कि उनके खाते पर बैलेंस जीरो था। ये देखकर उनके होश उड़ गए। उन्होंने इस मामले में सीधे बैंक मैनेजर से बात की, जिस पर बैंक मैनेजर ने अपने कंप्यूटर पर देखा कि उनके खाते से 10 लाख 53 हजार 699 रुपए निकाल लिया गया है। शर्मा का कहना है कि उसी बैंक में उनकी तीन एफडी हैं। वह उसी तरह हैं। उसके खाते से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन हुआ तो बिना ओटीपी रकम कैसे निकल गई। इसी शिकायत को लेकर पुलिस ने मामले में धोखाधड़ी का प्रकरण दर्ज किया है। इब इस मामले की जांच साइबर सेल करेगी।