रायपुर। छत्तीसगढ़ में कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) का असर शासकीय दफ्तरों में भी दस्तक दे चुका है। इससे पहले कि संख्यात्मक दृष्टिकोण से कोहराम मचे, राज्य सरकार (State Govt) ने आज बड़ा फैसला लेते हुए ‘वर्क फ्रॉम होम’ (Work From Home) का आदेश जारी कर दिया है। इस आदेश के तहत मंत्रालय और विभागाध्यक्ष कार्यालय के लिए शासन ने आदेश जारी किया है।
जारी आदेश के मुताबिक विभिन्न विभागों के सचिवों (Secretaries) और विभागों के प्रमुखों (Head Of Department) को यह छूट दी गई है कि वे आगामी आदेश तक ‘वर्क फ्रॉम होम’ के तहत कार्य कर सकते हैं।
मंत्रालय अथवा विभागाध्यक्ष कार्यालय में पदस्थ जिन अधिकारियों को कोविड संबंधित लक्षण हों या फिर संबंधित किसी तरह की असुविधा हो तो, वे भी अपने घर पर रहते हुए ही कार्यों का संपादन कर सकते हैं।
जारी इस आदेश में इस बात का भी उल्लेख किया गया है कि ‘वर्क फ्रॉम होम’ की अनुमति प्राप्त कोई भी अधिकारी अथवा कर्मचारी बगैर पूर्व सूचना अथवा अनुमति के मुख्यालय से बाहर नहीं जाएगा।
चौंकाने वाले परिणाम सामने आएं
विदित है कि छतीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोना की तीसरी लहर ने पूरे वेग से लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरु कर दिया है। नए साल की शुरुआत से महज इन 10 दिनों के आंकड़ों पर नजर डाली जाए, तो चौंकाने वाले परिणाम सामने आएं हैं। सिर्फ 10 दिनों के भीतर प्रदेश में 20 हजार के करीब लोग कोरोना की चपेट में आ चुके हैं।
राज्य सरकार ने हालात को ध्यान में रखते स्कूलों को बंद करने का निर्णय लिया है, तो प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टरों को पाबंदियों को लागू करने मुक्त हस्त कर दिया है। हालात के मुताबिक प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर सख्ती और नरमी को लेकर अपने स्तर पर फैसला लेने के लिए पूरी तरह से सक्षम हैं।