महासमुंद। छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश (unseasonal rain in chhattisgarh) ने पिछले 24 घंटे से जनजीवन अस्त-व्यस्त कर रखा है। प्रदेश के लगभग सभी जिलों में रुक-रुककर बारिश हो रही है। महासमुंद में भी पिछले 24 घंटो से रुक-रुक पानी बरस रहा है। इसका खमियाजा किसानों को भुगतना पड़ रहा है। धान की कटाई तो हो गई है, अब किसान दलहन-तिलहन और गेहूं की खेती कर रहे हैं। लेकिन बेमौसम बारिश ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया है।
किसान कई एकड़ खेतों में दलहन-तिहलन फसलों (dalhan tilhan crops) के साथ कई तरह की साग-सब्जियां भी उगा रहे हैं। किसान पत्ता गोभी, बैगन, टमाटर, फूल गोभी, शिमला मिर्च और हरी मिर्च का उत्पादन कर रहे हैं। छत्तीसगढ़ में बेमौसम बारिश की वजह से जिले के कई खेतों में पानी भर गया है। जिस वजह से खड़ी फसल को कीटों ने चट कर दिया है। इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है।
दाल और साग-सब्जी की फसल बर्बाद
अब सब्जी मंडियों में सब्जियों के दाम में बेतहाशा वृद्धि देखी जा रही है। जिसका सीधा असर आम आदमी पर पड़ रहा है। कृषि विभाग से मिली जानकारी के अनुसार जिले में गेहूं 2100 हेक्टेयर में है, जिसमें 66 हेक्टेयर फसल प्रभावित हुई है। यानी 30 प्रतिशत फसल को क्षति पहुंची है। इसी तरह 222 हेक्टेयर में लगी मक्के की फसल, 12 हेक्टेयर में लगी चने की फसल प्रभावित हुई है। इसके अलावा 57 हेक्टेयर में लगी तिवड़ा की 10 प्रतिशत फसल खराब हुई है। वहीं मटर, उड़द और सब्जी भाजी की 50 प्रतिशत फसल को नुकसान हुआ है।
किन जिलों में कितनी बारिश
- पिछले 24 घंटे में प्रदेश में सबसे ज्यादा 34 मीमी बारिश बिलासपुर के बिल्हा में हुई है। वहीं-
- मरवाही में 25 मिमी
- बेमेतरा में 23.6 मिमी
- राजिम में 23.2 मिमी
- नवागढ़ (बेमेतरा) में 20 मिमी
- मस्तूरी में 16 मिमी
- आरंग में 6 मिमी
- रायपुर में 5.9 मिमी
- अभनपुर में 5 मिमी वर्षा दर्ज की गई है।