रायपुर। छत्तीसगढ़ में ओमिक्रॉन के मामले बढ़ रहे हैं, इस बीच वैक्सीनेशन (vaccination) भी जारी है। कोरोना की अब तक की लहर के बाद प्रदेश सरकार इस वेरिएंट को भी मात देने में लगी है। स्वास्थ्यकर्मियों की मदद से कोरोना पर काबू पाने का भरकस प्रयास किया जा रहा है। इसी कड़ी में बुधवार को बच्चों को वैक्सीन (vaccine for childrens) लगाई गई। कुल 9 हजार 39 लोगों ने टीका लगवाया है। इसमें 15 से 18 साल के 2 हजार 831 बच्चों को पहला डोज लगा है। साथ ही 1 हजार 754 फ्रंटलाइन वर्करों और बुर्जुगों ने बूस्टर डोज ले लिया है। जिले में बच्चों को वैक्सीन का 50 प्रतिशत लक्ष्य पूरा हो चुका है।
जिले में 3 जनवरी से 15 से 18 साल तक के बच्चों का वैक्सीनेशन कार्यक्रम (vaccination program) चल रहा है। इसके लिए 1 लाख 10 हजार से ज्यादा बच्चों को वैक्सीन लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें से अब तक 56 हजार 303 बच्चों को पहला डोज लगाया जा चुका है। यानी सरकार ने 50 फिसदी लक्ष्य पार कर लिया है। जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ. मनोज सेमुअल ने बताया कि आने वाले 10 दिन में 15 से 18 साल के बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य पूरा हो जाएगा।
200 बुजुर्गों को लगी बूस्टर डोज
टीकाकरण अधिकारी के मुताबिक जो टारगेट रखा गया है उस हिसाब से रोज बूस्टर डोज (booster dose) भी लगाए जा रहे हैं। बुधवार को 911 स्वास्थ्यकर्मियों, 643 फ्रंटलाइन वकर्स के साथ 200 बुजुर्गों को बूस्टर डोज लगाया गया है। इसी तरह अन्य वर्गों में 18 से 44 साल के 3 हजार 574, 45 से 59 साल आयु वर्ग में 766 और 60 प्लस में 114 लोगों को वैक्सीन लगाई गई है।
पुलिसकर्मी भी बढ़-चढ़कर ले रहे हिस्सा
फ्रंट लाइन वकर्स के रूप में काम कर रहे पुलिस अफसर और जवानों को भी बूस्टर डोज लगाई जा रही है। बिलासपुर एसपी पारुल माथुर (Bilaspur SP Parul Mathur) के निर्देश पर पुलिस लाइन स्थित अस्पताल में पुलिसकर्मियों के लिए बूस्टर डोज कैंप लगाया गया है। इस दौरान एसपी ने खुद बूस्टर डोल लगवाया। उनके साथ ही सीएसपी कोतवाली और सिविल लाइन मंजूलता बाज के साथ ही 100 से ज्यादा स्टाफ ने बूस्टर डोज लगवाई।