भुवनेश्वर। देश में (In India) कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave of Corona) शबाब पर है। एक ही दिन में मिलने वाले नए मरीजों का आंकड़ा देश में 2.71 लाख के पार हो गया है, तो 314 लोगों की मौत भी हो गई है, वहीं देश में कुल एक्टिव मरीजों की तादाद 20 लाख के करीब पहुंच चुकी है। इस बीच बड़ी खबर ओड़िशा प्रांत से सामने आई है, जहां AIIMS भुवनेश्वर के 250 डॉक्टर और स्टाफ कोरोना संक्रमित मिले हैं।
AIIMS भुवनेश्वर (AIIMS Bhubaneshwar) में इस बड़ी तादाद में कोरोना संक्रमण (Corona Virus) के प्रसार को देखते हुए अस्पताल प्रबंधन भी सकते में आ गया है और तत्काल प्रभाव से प्रतिबंध का आदेश जारी कर दिया गया है। इस आदेश के तहत सोमवार से AIIMS भुवनेश्वर में OPD सेवाएं बंद हो जाएंगी। यह भी कहा गया है कि जब तक बहुत आवश्यक ना हो OPD सेवाओं को नहीं खोला जाएगा। वहीं आपात चिकित्सा सेवा से किसी को वंचित भी नहीं रखा जाएगा।
राज्य में रिकार्ड मामले
विदित है कि पिछले 24 घंटे में ओडिशा में कोरोना के रिकार्ड 11,177 नए मामले सामने आए हैं। स्वास्थ्य कर्मियों और राज्य में बढ़ते कोरोना के मामलों के बीच एम्स भुवनेश्वर (AIIMS Bhubaneshwar) 17 जनवरी से सभी स्पेशल और सुपर-स्पेशियलिटी विभागों की वॉक इन ओपीडी (Walk in OPD) सेवाओं को अस्थायी रूप से बंद कर देगा। एम्स भुवनेश्वर के मेडिकल सुपरिटेंडेंट प्रोफेसर डॉक्टर सचिदानंद मोहंती (Dr. sachchidanand Mohanti) ने बताया कि संस्थान के 250 से अधिक कर्मचारियों और छात्रों के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद ये निर्णय लिया गया है।
केवल आपात चिकित्सा सुविधा
डॉक्टर मोहंती (Dr. mohanti) ने बताया कि मेडिकल कर्मियों और छात्रों के कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive) होने के बाद हम वॉक इन ओपीडी सेवाओं को अस्थायी रूप से रोकने के लिए मजबूर हैं। उन्होंने बताया कि सर्जिकल वार्डों में सर्जरी के लिए इंतजार कर रहे सभी इनडोर रोगियों का कोरोना प्रोटोकॉल (Corona Protocol) के तहत ऑपरेशन किया जाएगा। उन्होंने ये भी कहा कि कोरोना के नाम पर किसी भी इमरजेंसी केस (Emergency Case) को समय पर मेडिकल ट्रीटमेंट से वंचित नहीं किया जाएगा।