नई दिल्ली। साउथ अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की टेस्ट सीरीज में मिली हार के एक ही दिन के बाद भारतीय टेस्ट कप्तान विराट कोहली ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। टेस्ट में भारत के सबसे सफल कप्तान विराट कोहली से उम्मीद की जा रही थी कि वो लाल गेंद के क्रिकेट में भारतीय टीम की कप्तान लंबे समय तक करते रहेंगे क्योंकि वो टी20 और वनडे टीम की कप्तानी से फ्री हो गए थे। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज खत्म होने के बाद कोहली ने टेस्ट कप्तान छोड़ने का फैसला किया और सोशल मीडिया के जरिए इसकी घोषणा की।
विराट कोहली की कप्तानी में भारत ने हर घरेलू टेस्ट सीरीज में जीत दर्ज की और इस टीम के सिर्फ दो टेस्ट मैचों में घरेलू मैदान पर हार मिली। कोहली की कप्तानी में भारत ने आस्ट्रेलिया और इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज जीती तो वहीं इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में 2-1 से बढ़त हासिल की। हालांकि कोहली साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड में टेस्ट सीरीज में जीत हासिल नहीं कर पाए। कोहली की कप्तानी में भारत रेनबो नेशन में दोनों टेस्ट सीरीज हार गया तो वहीं कीवी टीम ने भी भारत का सफाया किया।
सुनील गावस्कर के अनुसार, विदेशी श्रृंखला में हार शायद कोहली के इस्तीफे का कारण हो सकती है। इंडिया टुडे से बात करते हुए, ICC हाल आफ फेमर ने कहा कि वह पूर्व कप्तान की घोषणा से हैरान नहीं थे और विराट कोहली को विदेशी श्रृंखला हार के बाद बर्खास्त किए जाने का खतरा है। उन्होंने कहा कि मुझे कोहली द्वारा ऐसा कदम उठाए जाने से हैरानी नहीं है। मुझे लगा का वो शायद ऐसा प्रजेंटेशन सेरेमनी के दौरान करेंगे, लेकिन ऐसा एक दिन के बाद हुआ।
गावस्कर ने कहा कि एक कप्तान के रूप में, मैंने अनुभव किया है कि विदेशों में श्रृंखला हार को बोर्ड और क्रिकेट प्रेमी जनता या बोर्ड के अधिकारियों द्वारा बहुत दयालुता से नहीं लिया जाता है। साउथ अफ्रीका के खिलाफ टेस्ट सीरीज में हार के बाद विराट कोहली को भी टेस्ट कप्तानी से बर्खास्त किए जाने का खतरा था। ऐसा अतीत में हुआ है और मुझे पूरा यकीन है कि इस बार भी ऐसा हो सकता था क्योंकि यह एक ऐसी श्रृंखला थी जिसमें भारत से आसानी से जीतने की उम्मीद की जा रही थी।