16 जनवरी का इतिहास (History of January 16) भारत के गौरवपूर्ण क्षणों में एक और कड़ी जोड़ने वाला रहा है। आज ही के दिन भारत की एक बेटी बड़ी उपलब्धि हासिल की थी। सात समंदर पार अमेरिका जाकर उन्होंने अंतरिक्ष यात्री बनने के अपने सपने को पूरा किया और एक बार नहीं बल्कि नासा (nasa) ने उन्हें दो-दो बार अंतरिक्ष यात्रा के लिए चुना। भारत की इस बेटी कान नाम है कल्पना चावला (Kalpana Chawla)। इन्होंने 16 जनवरी 2003 को स्पेस शटल कोलंबिया से अंतरिक्ष के लिए दूसरी बार उड़ान भरी। हालांकि उनकी ये उड़ान अंतिम साबित हुई। 16 दिन के अंतरिक्ष मिशन के बाद पृथ्वी पर लौटते हुए 1 फरवरी को उनका यान दुर्घटनाग्रस्त हो गया और चालक दल के अन्य 6 सदस्यों के साथ उनकी मौत हो गई। आइए जानते हैं क्या है 16 जनवरी का इतिहास-
इतिहास के पन्नों में आज की तारीख:
- सन् 1556: फिलिप द्वितीय स्पेन के सम्राट बने।
- सन् 1581: ब्रिटिश संसद ने रोमन कैथोलिक मत को गैर कानूनी घोषित किया।
- सन् 1681: शिवाजी के पुत्र संभाजी का रायगढ़ के किले में राज्याभिषेक।
- सन् 1769: कलकत्ता के पास अकरा में पहली संगठित घुड़दौड़ हुई।
- सन् 1901: महान विद्वान महादेव गोविंद रानाडे का निधन।
- सन् 1938: बांग्ला के प्रख्यात उपन्यासकार शरत चंद्र चट्टोपाध्याय का निधन।
- सन् 1943: इंडोनेशिया के अंबोन द्वीप पर अमेरिकी वायुसेना का पहला हवाई हमला।
- सन् 1955: पुणे में खड्गवासला राष्ट्रीय रक्षा अकादमी का औपचारिक उद्घाटन।
- सन् 1969: सोवियत अंतरिक्ष यानों ‘सोयुज 4’ और ‘सोयुज 5’ के बीच पहली बार अंतरिक्ष में सदस्यों का आदान-प्रदान हुआ।
- सन् 1991: ‘पहला खाड़ी युद्ध’ (अमेरिका की इराक के खिलाफ सैन्य कार्रवाई) की शुरुआत।
- सन् 1992: भारत और ब्रिटेन के बीच प्रत्यर्पण संधि।
- सन् 1996: हब्बल अंतरिक्ष दूरबीन के वैज्ञानिकों ने अंतरिक्ष में 100 से ज्यादा नई आकाशगंगा (galaxy) को खोज निकालने का दावा किया।
- सन् 1989: सोवियत संघ ने मंगल ग्रह के लिए दो साल के मानव अभियान की अपनी योजना की घोषणा की।
- 2000: चीन सरकार ने दो वर्षीय तिब्बती बालक को ‘साकार बुद्ध’ के पुनरावतार के रूप में मान्यता दी।
- 2003: भारतीय मूल की कल्पना चावला दूसरी अंतरिक्ष यात्रा पर रवाना हुईं।
- 2005: जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख अजहर पर शिंकजा कसने के लिए एफबीआई (Federal Bureau of Investigation) ने भारत से मदद मांग।
- 2006: समाजवादी नेता माइकल बैशलेट चिली की प्रथम महिला राष्ट्रपति चुनी गईं।