ग्रैंड न्यूज़ डेस्क। कोरोना की बेकाबू रफ्तार के बीच देश में जोर शोर से वैक्सीनेशन अभियान चल रहा है। CoWIN पोर्टल के मुताबिक 15-18 आयु वर्ग में 3,45,35,664 वैक्सीन की पहली डोज लग चुकी है। इस आयु वर्ग करीब साढ़े 7 करोड़ बच्चे हैं। जिस रफ्तार से 15 से 18 साल के आयु वर्ग के बच्चों में टीकाकरण हो रहा है उससे उम्मीद की जा रही है कि फरवरी के अंत तक उस आयु वर्ग का टीकाकरण हो जाएगा। जिसके बाद 12 से 14 आयु वर्ग में टीकाकरण शुरू कर सकते है।
भारत मे 12 से 18 साल के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन देने की ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया ने मंजूरी दे दी है। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन 12 से 18 साल के आयु वर्ग में दी जा सकती है। अभी 15 से 18 ऐज ग्रुप में यही वैक्सीन दी जा रही है। स्वास्थ्य मंत्रालय और NTAGI के सूत्रों के मुताबिक मार्च तक 15 से 18 आयु वर्ग का टीकाकरण होने के बाद इन बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू किया जा सकता है और इसके लिए वैक्सीन उपलब्ध कराई जा रही है। वहीं इसको लेकर नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) बैठक में फैसला करेगी।
12 साल तक के बच्चों को टीकाकरण की मंजूरी
भारत मे 12 से 18 साल के बच्चों को कोरोना की वैक्सीन लगाने की मंजूरी ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया (DCGI) से मिल चुकी है। इस आयु वर्ग के लिए भी भारत बायोटेक की कोवैक्सीन (Covaxin) को अप्रूवल मिला है। स्वास्थ्य मंत्रालय और NTAGI के सूत्रों के मुताबिक मार्च तक 15 से 18 आयु वर्ग का टीकाकरण होने के बाद इन बच्चों का वैक्सीनेशन भी शुरू किया जा सकता है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. मनसुख मांडविया ने सोमवार को ट्वीट कर बताया कि 3 जनवरी से अब तक 15 से 18 आयु वर्ग के 3.5 करोड़ से अधिक बच्चों को COVID19 वैक्सीन की पहली डोज लगा दी गई है। उन्होंने उन बच्चों को बधाई दी, जिन्हें वैक्सीन की एक डोज लग चुकी है।