देश की महिलाएं आज के दौर में ट्रेन और विमान भी उड़ा रही हैं। उनके इस साहस के किस्से अक्सर जानकारी में आ जाते हैं, शहरों में महिलाएं कार भी आसानी से चला लेती हैं। चार पहिया चलाना अब कोई मुश्किल काम नहीं रह गया है, पर बीच रास्ते यात्रियों से भरी बस का ड्रायवर बीमार हो जाए, वह भी जबकि उस बस में कोई पुरुष ना तो यह एक बड़ी मुसीबत है। ऐसे में एक महिला का आगे आना और फिर स्टेयरिंग संभालकर बीमार ड्रायवर को अस्पताल पहुंचाना मिसाल से कम नहीं है।
मामला महाराष्ट्र के पुणे का है, जहां महिलाओं और बच्चों से भरी बस के चालक की तबियत अचानक बीच रास्ते में बिगड़ गई और उसकी हिम्मत हार गई। ऐसे में चालक और यात्रियों के लिए 42 वर्षीय योगिता सातव फरिश्ता बनकर सामने आई। महिलाओं और बच्चों से भरी मिनीबस की स्टेयरिंग संभालकर योगिता ने सभी को सुरक्षित उनके घर पहुंचा दिया, तो चालक को अस्पताल में दाखिल कराकर उसका उपचार भी कराया। घटना 7 जनवरी की बताई जा रही है, जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है।
पिकनिक से लौट रहे थे
जानकारी के मुताबिक महिला योगिता सातव (Yogita Satav) पुणे के पास शिरूर में एक कृषि-पर्यटन केंद्र में पिकनिक मनाने के बाद अन्य महिलाओं और बच्चों के साथ यात्रा कर रही थीं। तभी अचानक बस ड्राइवर की तबियत बिगड़ने लगी और उसने वाहन को एक सुनसान सड़क के बीच में रोक दिया। जैसे ही बस में सवार महिलाएं और बच्चे घबराकर रोने लगे, तो योगिता सातव आगे आईं।
#Pune woman drives the bus to take the driver to hospital after he suffered a seizure (fit) on their return journey. #Maharashtra pic.twitter.com/Ad4UgrEaQg
— Ali shaikh (@alishaikh3310) January 14, 2022
अस्पताल में दाखिल कराया
महिला ने इस मामले में कहा, ‘चूंकि मैं कार चलाना जानती थी, इसलिए मैंने बस की कमान संभालने का फैसला किया। मुझे सबसे पहले महत्वपूर्ण कार्य यह लगा कि ड्राइवर को अस्पताल तक इलाज के लिए ले जाना चाहिए। इसलिए, मैं गाड़ी से पास के एक अस्पताल गई और उसे वहां भर्ती कराया।’ 10 किमी ड्राइव करने वाली महिला ने अन्य यात्रियों को भी घर छोड़ दिया। सातव ने सभी लोगों से प्रशंसा प्राप्त की, क्योंकि उसने संकट के समय हिम्मत दिखाई और बिल्कुल भी घबराई नहीं।