रायपुर। IPS और निलंबित चल रहे ADG जीपी सिंह (ADG GP Singh) को रायपुर की अदालत में पेश किया गया। ACB की टीम उन्हें लेकर अदालत पहुंची है। दूसरी तरफ जीपी सिंह के वकील जमानत की अर्जी (bail application) लगाने की तैयारी में हैं। अब केस की स्थिति को देखकर जज पर निर्भर है कि वो जीपी सिंह को रिमांड पर जेल भेजेंगे या बेल मिलेगी।
आय से अधिक संपत्ति मामले में जीपी सिंह को पुलिस ने गुुरुग्राम से पिछले सप्ताह पकड़ा था। तब से जीपी सिंह ACB के रायपुर स्थित दफ्तर में पुलिस रिमांड पर थे। शुरुआती दिनों में जीपी सिंह ने अफसरों की पूछताछ में कोई जवाब नहीं दिए। मंगलवार दोपहर के वक्त जीपी सिंह की पुलिस रिमांड खत्म हो रही है, आगे का फैसला आज अदालत में होना है।
BP की समस्या की दलील
जीपी सिंह के परिजन और वकीलों का दावा है कि जीपी सिंह जांच में पूरी तरह सहयोग कर रहे हैं। पुलिस के प्रेशर की वजह से उनकी तबीयत का स्तर गिर रहा है। ब्लड प्रेशर की समस्या की वजह से जीपी सिंह का स्वास्थ्य ठीक नहीं है।
बता दें कि आय से अधिक संपत्ति मामले में 11 जनवरी को गुरुग्राम से जीपी सिंह की गिरफ्तारी हुई थी। जिसके बाद 12 जनवरी को पहली बार कोर्ट में पेश किया गया था। कोर्ट ने 2 दिन की पुलिस को रिमांड दी थी। वहीं 2 दिन की रिमांड पूरी होने पर 14 जनवरी को फिर जीपी सिंह को पेश किया गया था। जिसपर कोर्ट ने 14 जनवरी को कोर्ट ने 4 दिन की दी थी रिमांड। रिमांड पूरी होने पर आज फिर जीपी सिंह को पेश किया गया है। जीपी सिंह को विशेष न्यायाधीश लीना अग्रवाल की कोर्ट में पेश किया गया है। निलंबित IPS जीपी सिंहन्यायिक हिरासत में भेजे जा सकते हैं।
जानिये अब तक की कार्रवाई
- 1 जुलाई की सुबह 6 बजे ACB-EOW की टीमों ने रायपुर, राजनांदगांव और ओडिशा में एक साथ छापा मारा था।
- जीपी सिंह पर FIR दर्ज की गई। दूसरे दिन शुक्रवार को दिन भर की जांच के बाद 5 करोड़ की चल-अचल संपत्ति का खुलासा हुआ। 10 करोड़ की संपत्ति मिलने और इसके बढ़ने की आधिकारिक जानकारी दी गई।
- रायपुर में एक युवक से मारपीट, भिलाई में सरेंडर करने वाले नक्सल कमांडर से रुपयों का लेन-देन, रायपुर में एक केस में आरोपी की मदद का इल्जाम भी जीपी सिंह पर लगा है। इन पुराने केस की फिर से जांच की जा रही है।
- इन तमाम मामलों के बीच 5 जुलाई को राज्य सरकार ने ADG जीपी सिंह को एक आदेश पत्र में यह लिखते हुए निलंबित कर दिया कि एक अफसर से ऐसी अपेक्षा नहीं थी।
- जुलाई के महीने से ही जीपी की लीगल टीम पुलिसिया कार्रवाई को रोकने की दलीलें हाईकोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में पेश कर रहे थे। मगर राहत नहीं मिली।
- जनवरी में उन्हें अब गुरुग्राम से पकड़कर रायपुर पुलिस छत्तीसगढ़ लेकर आई, तब से अब तक पुलिस की कस्टडी में ही जीपी सिंह रह रहे हैं।
- जीपी सिंह खुद ACB के चीफ रह चुके हैं, इस दौरान उन पर कई लोगों को धमकाने और वसूली करने के आरोप लगे।
- जीपी के बंगले के छापे में एक डायरी भी मिली जिसमें कुछ नेताओं और अफसरों के खिलाफ बातें लिखीं थीं, इस मामले में उनपर राजद्रोह का केस भी दर्ज है।