देश में कोरोना का कहर बरपा जा रहा है। यहाँ आये दिन केस बढ़ते जा रहे है। आपको बता दे की राष्ट्रिय राजधानी दिल्ली में सुप्रीम कोर्ट में कोरोना ब्लास्ट हुआ है।
सुप्रीम कोर्ट पर कोरोना कहर बनकर टूट पड़ा है। देश कीसर्वोच्च अदालत के दस जज इसकी चपेट में आ गए हैं। आधिकारिक सूत्रों ने मंगलवार को कहा कि महामारी के संक्रमण ने कामकाज को काफी प्रभावित किया है। उन्होंने यह भी कहा कि कर्मचारियों के संक्रमित होने की दर 30 प्रतिशत के करीब पहुंच गई है। हल्के लक्षण वालों को होम आइसोलेशन में ही रखा गया है। चीफ जस्टिस पूरे मामले पर नजर बनाए हुए हैं।
मेडिकल टीम के डॉक्टर भी कोविड पॉजिटिव
सुप्रीम कोर्ट में सीजीएचएस केंद्र में पांच डॉक्टरों में से तीन ने सकारात्मक परीक्षण किया है। उन्हें भी आइसोलेशन में रखा गया है। इससे डॉ. गुप्ता की टीम पर दबाव बढ़ गया है। 9 जनवरी को चार न्यायाधीशों ने सकारात्मक परीक्षण किया था। एक हफ्ते के भीतर संक्रमित जजों की संख्या दोगुनी हो गई है।
ग्रेडेड रिस्पांस एक्शन प्लान (GRAP) के तहत सकारात्मकता दर लगातार दो दिनों तक 5% से ऊपर रहने पर रेड अलर्ट घोषित किया जाता है। सुप्रीम कोर्ट में न्यायाधीशों के बीच सकारात्मकता दर पिछले दो दिनों से लगभग 25% बनी हुई है। यह सीजेआई रमना के लिए नई चिंता का विषय है। वे लगातार सभी न्यायाधीशों और कर्मचारियों के स्वास्थ्य की निगरानी कर रहे हैं।