भारत में ओमिक्रॉन के मामले (Omicron cases in India) लगातार बढ़ रहे हैं। जिसका असर 26 जनवरी यानी गणतंत्र दिवस परेड 2022 (Republic Day Parade 2022) पर भी होता दिख रहा है। पिछले साल की तरह इस साल भी मुख्य अतिथि के तौर पर किसी विदेशी मेहमान के बिना ही राजपथ पर परेड का आयोजन होगा।
भारत ने पांच मध्य एशियाई देशों (कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उजबेकिस्तान) के नेताओं को समारोह में मुख्य अतिथि के तौर पर आमंत्रित किया था। हालांकि आमंत्रण को लेकर किसी भी देश ने कोई औपचारिक घोषणा नहीं की थी।
पिछली बार भी बिना विदेशी मुख्य अतिथि संपन्न हुआ समारोह
पिछले साल भी ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन द्वारा ब्रिटेन में कोरोना वायरस के एक वैरिएंट के तेजी से फैलने के कारण अंतिम समय में यात्रा को रद्द कर दिया था। इसके बाद भारत ने बिना मुख्य अतिथि के ही गणतंत्र दिवस समारोह का आयोजन किया। 2021 से पहले आखिरी बार 1996 के समारोह में कोई मुख्य अतिथि नहीं था। हालांकि इस साल के मुख्य अतिथियों के संबंध में कोई औपचारिक घोषणा नहीं की गई थी। तुर्कमेनिस्तान के विदेश मंत्री राशिद मेरेदोव ने 19 दिसंबर को नई दिल्ली में भारत-मध्य एशिया वार्ता में भाग लेते हुए इसके संकेत दिए थे।
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ओमिक्रॉन और हिंसक विरोध के चलते टला कार्यक्रम
ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron Variant) के बढ़ते मामले और हाल ही में कजाकिस्तान में हिंसक विरोध (Violent protests in Kazakhstan) में हुई 220 से ज्यादा लोगों की मौत की वजह से इन देशों के नेताओं का भारत दौरा टल गया। इस मामले से जुड़े एक अधिकारी ने मंगलवार को इसकी जानकारी दी।
मध्य एशियाई देश और भारत के राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ
मध्य एशियाई राज्य के एक राजनयिक ने नाम नहीं छापने की शर्त पर कहा कि 5 देशों के नेता व्यक्तिगत रूप से गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने में असमर्थ हैं। राजनयिक ने कहा कि मध्य एशियाई देश और भारत अब राजनयिक संबंधों की 30वीं वर्षगांठ को चिह्नित करने के लिए 6 देशों के नेतृत्व के एक आभासी शिखर सम्मेलन पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। इसकी तारीख पर जल्द फैसला लिया जाएगा।