रायपुर। उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 2022 (UP Assembly Election 2022) में चुनाव प्रचार के बाद बुधवार को रायपुर लौटे सीएम भूपेश ने आते ही पीएम नरेंद्र मोदी, बीजेपी और सेंट्रल एजेंसियों को आड़े हाथों लिया। रायपुर एयरपोर्ट पर पत्रकारों से चर्चा के दौरान पीएम का टैली प्रॉम्प्टर किस्सा (pm modi tally prompter issue) उठा। इस पर सीएम ने कहा कि उनका ज्ञान केवल टैली प्रॉम्प्टर तक ही सीमित है।
सीएम ने कहा कि आज तक सब बोलेत आए थे कि वो (पीएम) टेली प्रॉम्प्टर से भाषण देते हैं, उसमें भी कई बार तक्षशिला को बिहार का हिस्सा बता दिया जाता था। कई बार गुरु गोरखनाथ, कबीर और गुरुनानक देव की बैठक करा देते थे, ये टेली प्रॉम्प्टर का कमाल था। लेकिन जैसे ही टेली प्रॉम्प्टर बंद हुआ तो सारे ज्ञान बंद हो गए।
टेली प्रॉम्प्टर ने खोल दी पोल
सीएम ने कहा कि कई सारी टेक्निकल चीजें होती है, हम भी देख कर पढ़ते हैं, लेकिन छुपाने की आवश्यकता नहीं है। आप वि्दवान हैं अच्छी बात है, लेकिन जो नहीं जानते उसको भी आप बताना चाहते हैं कि मैं बहुत जानता हूं, तो टेली प्रॉम्प्टर ने सारी पोल खोल दी। जो एक्टिंग कर रहे थे वो धरा का धरा रह गया।
ये है पूरा मामला
सोमवार को वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम (world economic forum) के दावोस समिट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संबोधन कर रहे थे। इस बीच उन्हें अपना भाषण बीच में रोकना पड़ा। उसके बाद से लगातार राजनीतिक गलियारों में यह चर्चा हो रही है कि टेलीप्रॉम्प्टर में आई दिक्कत की वजह से भाषण बीच में रोका गया। सोशल मीडिया पर भी एक बहस छिड़ गई है।
राहुल गांधी का ट्वीट
टेली प्रॉम्प्टर मामले (pm modi tally prompter issue) को लेकर राहुल गांधी ने भी ट्वीट किया था। राहुल गांधी ने तंज कसते हुए पीएम पर हमला किया। उनके ट्वीट के बाद कई कांग्रेसी नेताओं ने पीएम मोदी पर तंज कसना शुरू कर दिया। उसी कड़ी में सीएम बघेल ने भी पीएम मोदी पर हमला बोला है।
इतना झूठ Teleprompter भी नहीं झेल पाया।
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) January 18, 2022
टेली प्रॉम्प्टर क्या है ?
टेली प्रॉम्प्टर (TP) ज्यादातर टेलीविजन पत्रकारिता में इस्तेमाल होने वाला यंत्र है। इसे autocue (ऑटोक्यू) के नाम से भी जाना जाता है। टेली प्रॉम्प्टर (Teleprompter) एक तरह का डिस्प्ले डिवाइस होता है। जिसके जरिए टेलीविजन न्यूज चैनल में एंकर खबरें पढ़ते हैं। इस डिवाइस के जरिए ऑनकैमरा आप कुछ भी पढ़ सकते हैं। इसमें बार बार पेज पलटने की जरूरत नहीं होती। आपके सामने जो स्क्रीन रहती है उसी में देखकर आप कुछ भी पढ़ सकते हैं। कैमरे की ओर निगाह कर आप अपनी स्पीड को मैनेज करके इसे पढ़ सकते हैं।
सेंट्रल एजेंसियों को लेकर सीएम का तंज
चुनाव के दौरन छापे या अन्य तरह की कार्रवाईयों को लेकर मुख्यमंत्री ने उदाहरण देते हुए कहा कि- जिस पकिस्तान के संदर्भ में कहा जाता है कि उनके यहां क्रिकेट में 11 नहीं बल्कि 13 प्लेयर खेलते हैं. दो एंपायर भी साथ खेलते हैं। वैसी ही स्थिति यहां रहती है। भारतीय जनता पार्टी भी चुनाव लड़ती है और सेंट्रल एजेंसियां भी उसके साथ लड़ती है। इसमें सीबीआई, आईटी, ईडी सभी शामिल हैं।