भारत में कोविड-19 का पीक (peak of covid-19) 23 जनवरी को आ सकता है। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान, कानपुर (IIT Kanpur) के एक वैज्ञानिक के मुताबिक इस दौरान रोजाना 4 लाख के आसपास केस आ सकते हैं। जानकारों का मानना है कि दिल्ली, मुंबई और कोलकाता में पहले ही बीते 7 दिन में संक्रमण के मामलों की संख्या चरम पर पहुंच चुकी है। यहां स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।
संक्रमण की शुरुआत के बाद से देश में कोरोना के केस का पता लगाने और इस संबंध में अनुमान जताने के लिए ‘सूत्र कोविड मॉडल’ का उपयोग किया गया है। जानकारों के मुताबिक इस हफ्ते महाराष्ट्र, कर्नाटक, उत्तर प्रदेश, गुजरात और हरियाणा में कोरोना या कहें कि ओमिक्रॉन (omicron) के मामले पीक ((peak of covid-19)) पर हो सकते हैं। जबकि आंध्र प्रदेश, असम और तमिलनाडु जैसे राज्यों में अगले हफ्ते पीक आ सकता है।
23 जनवरी को पीक!
विशेषज्ञों की मानें तो भारत में 23 जनवरी को दैनिक मामलों की संख्या रिकॉर्ड तोड़ सकती है। इस दौरान करीब 4 लाख केस प्रतिदिन आने की संभावना जताई जा रही है। पहले संभावना जताई जा रही थी कि कोरोना की तीसरी लहर जनवरी के अंत तक चरम पर होगी।
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कुल मिलाकर सतर्कता बरतें
एक नए सरकारी परामर्श के मुताबिक, अंतर्राज्यीय घरेलू यात्रा करने वाले व्यक्तियों और संक्रमितों के संपर्क में आए लोगों की तब तक जांच करने की जरुरत नहीं है जब तक कि उन्हें उम्र या किसी तरह की बीमारी के चलते खतरा न हो। जानकारों का कहना है कि पिछले साल नवंबर में जब ओमीक्रोन का विस्तार शुरू हुआ था तो बहुत चिंता थी। हालांकि इस स्वरूप में केवल हल्का संक्रमण होता है और जांच कराने के बजाय मानक इलाज से हो सकता है।