दुर्ग। जिले की पुलिस ने एक खरगोश नाम के शख्स सहित तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। खरगोश गांव देहात से लग्जरी कार में भेड़-बकरियों को चुराता और शहरों में लाकर बेच देता था। खरगोश व उसके साथी बकरा पार्टी भी करते थे। दो-तीन साल के भीतर उसने दुर्ग व उससे लगे जिलों से हजारों की संख्या में बकरे व भेड़ चुराए। मुखबिर की सूचना पर अंडा थाना की पुलिस ने बकरा चोरी के इस अजीबो-गरीब चोरी का खुलासा किया। पुलिस ने आरोपी खरगोश के पास से 32 भेड़ बकरियों को जब्त किया है। फिलहाल पुलिस बकरियों के मालिकों की पतासाजी कर सुपुर्दगी की कार्रवाई कर रही है।
Also Read : छत्तीसगढ़ में कोरोना के नए मरीज़ों की पुष्टि, प्रदेश में बढ़ी मौतों की संख्या
अंडा पुलिस थाना की प्रभारी श्रुति सिंह ने बताया कि ग्राम निकुम में दो दिन पहले 14 बकरियों के चोरी होने की शिकायत दर्ज की गई थी। सीसी टीवी फुटेज व ग्रामीणों से जानकारी जुटाने के बाद पुलिस आरोपियों की तलाश में जुट गई। इस दौरान मुखबिर से सूचना मिली कि भिलाई नगर रेलवे स्टेशन निवासी भगवान दास जोशी उर्फ खरगोश अपने दो साथियों के साथ बड़ी संख्या में बकरियां बेचने के लिए ग्राहकों की तलाश कर रहा है। सूचना के बाद अंडा पुलिस ने भगवान दास के घर दबिश दी। उसके घर में 32 बकरियां बरामद हुई। खरगोश पहले बकिरयों को अपना बता रहा था, लेकिन कड़ाई से पूछताछ करने पर उसने चोरी की बात कबूल ली। पुलिस ने भगवान दास उर्फ खरगोश व उसके दो साथियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।
थाना प्रभारी श्रुति सिंह ने बताया कि भगवान दास अपने साथियों के साथ कई जगह बकरियां चुराता था। उसने पाटन, कबीरधाम, निकुम, गुंडरदेही, राजनांदगांव सहित आसपास के कई गांवों में बकरियां चुराई। बकरियों को लग्जरी कार में भरकर शहर आ जाता था। इसके बाद बकरियों को वह दलालों के माध्यम से बेच देता या मारकर खा जाते थे। इस मामले में पुलिस बेची गई बकरियों का आंकडा भी निकाल रही है। वहीं कई मामलों में शिकायतें भी नहीं हुई। आरोपियों से कुछ दलालों के नाम मिले हैं, उनसे पूछताछ की जाएगी। अन्य थानों में भी इस तरह की शिकायतों की जानकारी जुटाई जा रही है।