देश में बढ़ते कोरोना मामलों को लेकर वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) का प्रचलन चला था जो अभी तक चल ही रहा है । घर से काम करने के दौरान कई लोग आलस में लैपटॉप (Laptop) को अपनी गोद में रखते हैं. आपको बता दें कि ऐसा करना आपकी सेहत के लिए बेहत नुकसानदायक साबित हो सकता है. लैपटॉप से निकलने वाली हीट हमारी स्किन और अंदर के टिशू डैमेज कर सकती है.आइए जानते है कैसे
एक्सपर्ट्स के मुताबिक लैपटॉप(laptop ) को गोद में रखकर काम करने की आदत पुरुषों में इनफर्टिलिटी की समस्या पैदा कर सकती है जिससे उनके स्पर्म काउंट प्रभावित होते हैं। ज्यादा देर तक लैपटॉप गोद में रखकर काम करने से पैरों की स्किन बदरंग होती है, और कैंसर(cancer ) होने का भी खतरा भी बढ़ जाता है।
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हीट रेडिएशन(radiation ) से ऑर्गन्स को इफ़ेक्ट(effect )
पुरुषों की शारीरिक बनावट के कारण महिलाओं की तुलना में उन्हें लैपटॉप की हीट का ज्यादा नुकसान पहुंचता है. इसकी वजह है कि महिलाओं में यूटरस शरीर के अंदर होता है, लेकिन पुरूषों में टेस्टिकल शरीर के बाहरी हिस्से में होते है। इस वजह से उन्हें ज्यादा इफ़ेक्ट पड़ता है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, लंबे समय तक गोद में लैपटॉप रखकर बैठने से अंडकोषों का टेंपरेचर बढ़ सकता है. ऐसा इसलिए होता है क्योंकि लैपटॉप हल्की बाइब्रेशन क्रिऐट करता है जिससे फर्टिलिटी प्राब्लम हो सकती है. इसलिए लैपटॉप को टेबल पर रखकर चलाने की सलाह दी जाती है.
ब्लूटूथ कनेक्शन (bluetooth radiation ) से हाई रेडिएशन
डॉक्टर्स के मुताबिक, वाईफाई कनेक्शन भी हानिकारक है। सभी इंटरनेट डिवाइस रेडियोफ्रीक्वेंसी का इस्तेमाल करते हैं जो कि हमारे शरीर को बीमार कर सकता है. हॉर्डड्राइव से लो फ्रीक्वेंसी रेडिएशन छोड़ते हैं वहीं ब्लूटूथ कनेक्शन से हाई रेडिएशन बाहर आती है।