बिलासपुर। छत्तीसगढ़ की न्यायधानी बिलासपुर जिले के मस्तुरी ब्लॉक के लिमतरा निवासी कांग्रेस नेता टाकेश्वर पाटले के घर दिनदहाड़े डकैती की वारदात को अंजाम दिया गया था। इस वारदात में शामिल 4 आरोपियों को पुलिस ने धर दबोचा है, लेकिन सरगना सहित आधा दर्जन डकैत गिरफ्त से बाहर हैं। एसएसपी पारुल माथुर के मुताबिक फरार डकैतों को पकड़ने सघन अभियान चलाया जा रहा है।
बिलासपुर एसएसपी पारुल माथुर ने बताया कि वारदात को 13 जनवरी को अंजाम दिया गया था। कांग्रेस नेता पाटले के निवास पर दिनदहाड़े हथियारबंद नकाबपोश 10 डकैत दाखिल हुए और कट्टे की नोक पर घर के लोगों को रखा। जिसके बाद वहां से नगदी 2.5 लाख के अलावा सोने व चांदी के जेवरात अपने साथ लेकर फरार हो गए। डकैतों ने इस दौरान सीसीटीवी कैमरे पर ध्यान दिया, जिसका फायदा पुलिस को मिला।
पाटले की वजह से हुई थी जेल
जांच में डकैतों की तस्वीर सीसीटीवी फुटेज में आने पर पुलिस ने जांच तेज कर दी। इस दौरान लावर निवासी अजय ध्रुव की पहचान हुई। पुलिस ने अजय को गिरफ्तार किया। उसने पूछताछ में अहम राज उगले। उसने बताया कि लिमतरा निवासी कांग्रेसी नेता टाकेश्वर पाटले के द्वारा उसे और माता पिता को जेल भिजवाया था। इस दौरान जेल में रमजान से मुलाकात हुई थी।
बदला लेने के लिए डकैती
जेल से छूटने के बाद अजय ध्रुव ने कांग्रेस नेता पाटले से बदला लेने अन्य साथियों के साथ मिलकर डकैती की योजना बनाई थी। 13 जनवरी को दिनदहाड़े घटना को अंजाम दिया गया। पुलिस ने डकैती कांड के 4 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी प्रोफेशल बदमाश है जिनके पहले से कई आपराधिक रिकार्ड है। गिरफ्तार आरोपियों में आनंद टोप्पो, छोटू सिंह,अजय ध्रुव, दुर्गेश ध्रुव शामिल है। इस मामले के 6 आरोपी अब भी फरार है। पुलिस उनकी तलाश कर रही है।