बिलासपुर। bilaspur रिटायर्ड ASP 25 लाख रुपए इनाम पाने की लालच में फंस कर साढ़े छह लाख रुपए ठगी के शिकार हो गए। ठगों ने खुद को CBI और RBI का अफसर बताया । इसके बाद उनके एकाउंट में पहले उनसे ही रुपए डलवाए, फिर खाते की जानकारी लेकर ठगों ने निकाल लिए। अब जब रिटायर्ड ASP साहब को ठगी का अहसास हुआ तो थाने मामला दर्ज कराने पहुंचे। कह रहे हैं कि अपने जीवन की सबसे बड़ी भूल कर दी।
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मामला सिविल लाइन civil line थाना क्षेत्र का है। सकरी थाना क्षेत्र के आसमा सिटी में रहने वाले आरके मिश्रा रिटायर्ड एडिशनल SP हैं। 13 जनवरी को उनके मोबाइल पर कॉल आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को CBI का अफसर बताया। साथ ही KBC में 25 लाख रुपए की लाटरी जीतने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए वॉट्सऐप से अपना फर्जी परिचय पत्र भी भेजा। रिटायर्ड अफसर मिश्रा ने वॉट्सऐप चैट के जरिए बातचीत की और कथित CBI अफसर के भरोसे में आ गए।also read : छत्तीसगढ़ राज्य ओपन स्कूल की अंतिम तिथि जारी, पढ़े पूरी डिटेलइसके बाद शातिर महिला ठग ने उनको RBI में अपने अफसर अजय कुमार से बात करने के लिए कहा। उसका नंबर भी दिया। रिटायर्ड ASP मिश्रा ने अजय कुमार से संपर्क किया और उसकी बातों में आकर अपना बैंक अकाउंट और ATM की गोपनीय जानकारी दे दी। इसके बाद उनके अकाउंट से 6 लाख 53 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिया। अकाउंट से रकम निकलने के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तब मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में है।
मामला सिविल लाइन civil line थाना क्षेत्र का है। सकरी थाना क्षेत्र के आसमा सिटी में रहने वाले आरके मिश्रा रिटायर्ड एडिशनल SP हैं। 13 जनवरी को उनके मोबाइल पर कॉल आया। फोन करने वाली महिला ने खुद को CBI का अफसर बताया। साथ ही KBC में 25 लाख रुपए की लाटरी जीतने की बात कही। भरोसा दिलाने के लिए वॉट्सऐप से अपना फर्जी परिचय पत्र भी भेजा। रिटायर्ड अफसर मिश्रा ने वॉट्सऐप चैट के जरिए बातचीत की और कथित CBI अफसर के भरोसे में आ गए।
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इसके बाद शातिर महिला ठग ने उनको RBI में अपने अफसर अजय कुमार से बात करने के लिए कहा। उसका नंबर भी दिया। रिटायर्ड ASP मिश्रा ने अजय कुमार से संपर्क किया और उसकी बातों में आकर अपना बैंक अकाउंट और ATM की गोपनीय जानकारी दे दी। इसके बाद उनके अकाउंट से 6 लाख 53 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिया। अकाउंट से रकम निकलने के बाद उन्हें ठगी का अहसास हुआ, तब मामले की शिकायत सिविल लाइन थाने में है।
पहली बार उन्होंने रजिस्ट्रेशन कराने और टैक्स के नाम पर उन्हें 40 हजार रुपए जमा कराया गया। इस दौरान उन्हें बताया गया कि यह राशि लाटरी संचालक विपिन कुमार दास के खाते में जमा होगी।