बिलासपुर/रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोना की तीसरी लहर (Third wave Of Corona) के बीच खौफनाक हकीकत सामने आई है। अब तक छत्तीसगढ़ में लोगों के कोरोना संक्रमित (Corona Infected) होने की जानकारी सामने आ रही थी, लेकिन अब ‘ओमिक्रान’ (Omicron) के मामले धड़ल्ले से सामने आ रहे हैं। बिलासपुर (Bilaspur) में रविवार को 8 नए प्ररकण सामने आए हैं, हालांकि सभी स्वस्थ हो चुके हैं, लेकिन संक्रमण (Infection) के दौरान उनके कॉन्टेक्ट (Contact) में कितने लोग आए होंगे, इसका अनुमान लगा पाना बेहद मुश्किल है, जो एक बड़ी मुसीबत बन गई है।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में एक दिन पहले यानी रविवार तक लिए गए सेंपल (Sample) के आधार पर सरकारी रिकार्ड के मुताबिक राज्य में संक्रमण का दर 14 फीसदी हो चुका है, जो अपने आप में खतरनाक पैमाना है, लिहाजा इस वक्त संक्रमण की चपेट में आने से बचने के लिए केवल और केवल सावधानी की आवश्यकता है, वरना प्रदेश के लोग बड़ी मुसीबत में फंस सकते हैं।
गौर करने वाली बात यह है कि बिलासपुर में ‘ओमिक्रान’ (Omicron) के जो 8 नए प्रकरण सामने आए हैं, उनमें से किसी की भी कोई ट्रेवल हिस्ट्री (No Travel history ) नहीं है। इनके सेंपल 1 माह पहले लिए गए थे और अब जबकि ये सभी स्वस्थ हो चुके हैं, उनकी जीनोम सिक्वेसिंग की रिपोर्ट सामने आई है। सबसे ज्यादा चिंता की बात यह है कि इस बीच वे भले ही ठीक हो गए हैं, लेकिन इतने दिनों के भीतर कितने लोगों से उनकी मुलाकात हुई है, कितने लोगों के कॉन्टेक्ट में आए हैं, उन्हें ट्रेस कर पाना संभव नहीं है।
जाने कितने ‘ओमिक्रान’ बम
जिस तरह के हालात इस वक्त बिलासपुर में हैं, उससे आशंका जताई जा रही है कि संक्रमण पूरे शहर में फैल चुका है, लेकिन जीनोम सिक्वेसिंग (Genome Sequencing) की रिपोर्ट सही समय पर नहीं मिल पाने की वजह से इसे रोकने के कारगर उपाय नहीं हो पा रहे हैं, ऐसे में केवल सावधानी के जरिए ही इस मुसीबत से बचा जा सकता है।