दंतेवाड़ा। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल (CM Bhupesh Baghel) ने आज इंद्रावती नदी पर छिंदनार में बने पुल का लोकार्पण (Inauguration of bridge built in Chhindnar) किया। इस पुल के बन जाने से अब छिंदनार के ग्रामीणों का रास्ता उफनती इंद्रावती भी नहीं रोक सकेगी। पुल न होने की वजह बरसात के दिनों में इंद्रावती नदी (Indravati River) के उस पार स्थित कई गांवों का जन-जीवन और आवागमन पूरी तरह थम जाता था। उनका संपर्क इस तरफ से टूट जाता था। अब पुल के निर्माण से लोगों को बारहमासी आवागमन की सुविधा मिलने लगी है।
इंद्रावती नदी के पार के नक्सल प्रभावित ग्राम चेरपाल, तुमरीगुंडा, पाहुरनार, कौरगांव सहित अन्य गांव में विकास और बुनियादी सुविधाओं की पहुंच तेज हुई है, जिससे लोगों के जीवन में एक नया बदलाव दिखाई देने लगा है। पुल निर्माण का वर्षों पुराना सपना पूरा होने से इंद्रावती नदी के उस पार के गांव में उत्सव का माहौल है। पुल बनने से गांवों के विकास की गति तेज हुई है। बुनियादी सुविधाओं की पहुंच बढ़ी है। जन-जीवन सहज हुआ है।
खुला गांवों के विकास का रास्ता
बता दें कि इंद्रावती नदी में बरसात के दिनों में बाढ़ आने पर ग्रामीणों को अपनी रोजमर्रा की जरूरतों के लिए भी काफी मुसीबतों का सामना करना पड़ता था। पुल बन जाने से अब पार के गांवों में मूलभूत सुविधाओं के विकास में तेजी आई है। गांवों में बिजली भी पहुंच गई है। तुमरीगुंडा ग्राम पंचायत में 2 करोड़ की लागत से 18 पारों में 18 ट्रांसफार्मर लगाकर शत प्रतिशत घरों तक बिजली पहुंचाई गई है। जिससे 410 हितग्राही लाभान्वित हुए हैं।