नई दिल्ली। अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी ने एक दिन पहले ही RPN सिंह को उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव के स्टार प्रचारकों की सूची में स्थान दिया था, तो दूसरे ही पल राष्ट्रीय कांग्रेस के युवा चेहरा RPN सिंह ने पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से ही इस्तीफा दे दिया। RPN के पार्टी छोड़ने को लेकर चर्चाओं के साथ कांग्रेस में इस्तीफे का दौर शुरु हो गया है, जो कांग्रेस संगठन की मजबूती को झकझोरने वाला साबित हो सकता है।
उल्लेखनीय है कि AICC के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के करीबी में शामिल ग्वालियर महाराज ज्योतिरादित्य सिंधिया, सचिन पायलट और RPN सिंह को युवा रणनीतिकार माना जाता रहा है। सिंधिया के बाद RPN का पार्टी छोड़ना कांग्रेस के लिए किसी बड़े झटके से कम नहीं है।
RPN ने ट्विटर पर अपना इस्तीफा पार्टी आलाकमान सोनिया गांधी को सौंप दिया है। उन्होंने अपने इस्तीफे में लिखा है कि ‘आज देश में गणतंत्र दिवस को लेकर उत्सव मनाने का समय है, ऐसे में मैं अपने राजनीतिक जीवन का नया अध्याय शुरु कर रहा हूं।’
Today, at a time, we are celebrating the formation of our great Republic, I begin a new chapter in my political journey. Jai Hind pic.twitter.com/O4jWyL0YDC
— RPN Singh (मोदी का परिवार) (@SinghRPN) January 25, 2022
इसके बाद RPN सिंह ने भाजपा का दामन थाम लिया है। उत्तर प्रदेश में भाजपा इस वक्त अपनी पूरी ताकत झोंक रही है। योगी आदित्यनाथ की सरकार की वापसी के लिए यूपी में युद्धस्तर पर प्रयास जारी है। यूपी से जमीन खो चुकी कांग्रेस प्रियंका वाड्रा को सामने रखकर एक बार फिर अपनी बखत बढ़ाने की कोशिश में है। ऐसे में RPN सिंह का भाजपा का दामन थाम लेना, कांग्रेस को भारी पड़ सकता है।
मोदी और योगी की तारीफ
RPN सिंह ने भाजपा का दामन थामते ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सोच और उनकी योजनाओं को लेकर तारीफों में कई बातें कहीं हैं, तो वहीं कांग्रेस को लेकर कहा कि अब वह कांग्रेस नहीं रही।