पुलिस की सेवा ऐसी है, जिसकी आड़ लेकर कुछ लोग अपनी ओछी मानसिकता के चलते पूरे महकमे की मेहनत और कर्तव्यनिष्ठा को कुचलकर रख देते हैं। ‘एक गंदी मछली पूरे तालाब को गंदा करती है’ पुलिस महकमे में यह मुहावरा यथोचित बैठता है। किसी एक की गंदी सोच और कृत्य की वजह से ईमानदार और कर्तव्यनिष्ठ लोग भी बेवजह ही बदनामी झेलने मजबूर होते हैं।
ऐसा ही वाक्या मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल से सामने आया है, जहां पर एक थानेदार को रंगदारी वसूलने के मामले में सेवा से बर्खास्त कर दिया गया है। इस पूरे मामले की जो जानकारी सामने आई है, उसके मुताबिक थानेदार हरीश यादव अयोध्या नगर थाने में पदस्थ था। हरीश यादव पर आरोप है कि उसके संरक्षण में सेक्स रैकेट चल रहा था।
सामने आई जानकारी के मुताबिक थानेदार हरीश यादव कॉलगर्ल को ग्राहक के साथ वीडियो बनाने के लिए कहता, इसके बाद दुष्कर्म का आरोप लगाकर उसे गिरफ्तार कर लेता था। जिसके बाद मामला रफा—दफा करने के लिए मोटी रकम वसूला करता था। इस तरह के करीब 10 मामले सामने आएं, जिसकी जांच में पुष्टि करने के बाद हरीश यादव को सेवा से बर्खास्त किया गया है।
पहले कॉलगर्ल को फंसाया
जानकारी के मुताबिक थानेदार ने पहले कुछ सेक्स रैकेट के अड्डों पर दबिश दी, जहां हाथ आई कॉलगर्ल को इस शर्त पर छोड़ दिया कि आगे उसके इशारे में काम करेंगी। जिस पर सहमति के बाद थानेदार ने इस तरह का खेल शुरु किया और धड़ल्ले से लोगों को फंसाने लगा, जिससे उसकी मोटी कमाई होने लग गई थी।