रायपुर। बुधवार को पूरा देश 73वें गणतंत्र दिवस की धूम में डूबा रहा। पूरे देश में गणतंत्र दिवस की उमंग रही। छत्तीसगढ़ में इस राष्ट्रीय त्यौहार को पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया गया। शहर के पुलिस परेड ग्राउंड में हुए गणतंत्र दिवस समारोह (republic day celebration) में छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसुईया उइके (Governor Anusuiya Uikey) ने राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया। इस दौरान उन्होंने पुलिस और बहादुर बच्चों को मेडल भी दिए। मंच से प्रदेश के लोगों को संबोधित करते हुए राज्यपाल अनुसुईया उइके ने प्रदेश सरकार की जमकर पीठ थपथपाई ।
अपने भाषण के दौरान राज्यपाल ने कहा कहा- मेरे प्रिय छत्तीसगढ़वासियों, मैं आप लोगों की प्रतिभा, लगन, निष्ठा, संघर्ष करने की क्षमता और विपरीत परिस्थितियों में भी जीतने की दृढ़ इच्छा-शक्ति से अभिभूत हूं। कोरोना महामारी के लंबे दौर में भी आप लोग मेरी सरकार के कदम से कदम मिलाकर चलते रहे और विश्वव्यापी निराशा के वक्त भी राज्य में आशा के दीपक जलाते रहे। रोजगार के कारगर उपाय करना मेरी सरकार का सबसे बड़ा काम है और मुझे खुशी है कि मेरी सरकार ने अपनी भूमिका का निर्वाह पूरी संवेदनशीलता के साथ करने का प्रयास किया है।
ग्रामीण अंचलों के उत्थान के लिए सरकार की तारीफ
संतोष का विषय है कि छत्तीसगढ़ में कृषि के साथ ग्रामीण और वनांचलों में नए-नए रोजगार के अवसरों की अलख जगाई गई। मेरी सरकार की आकर्षक नीतियों और योजनाओं के कारण परंपरागत किसान और उनकी नई पीढ़ी अब फिर बड़े पैमाने पर खेती-किसानी के काम से जुड़े हैं। सरकारी, अर्द्धसरकारी, औद्योगिक और निजी क्षेत्र के दरवाजे नौकरी, रोजगार, स्वरोजगार के लिए खुले।
बेरोजगारी दर में गिरावट बेहद सुखद
राज्यपाल ने कहा कि उद्योग और कारोबार को अनेक रियायतें दी गईं। आर्थिक राहत देकर उनकी क्रय शक्ति बढ़ाई गई। इस तरह से प्रदेश में अर्थव्यवस्था को संभाला गया। पहले छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 22 प्रतिशत से ज्यादा थी, जिसमें 20 प्रतिशत की गिरावट आना बहुत ही सुखद संकेत है।
राम वन गमन पथ का विकास
राज्यपाल ने आगे कहा कि मुझे खुशी है कि छत्तीसगढ़ में आम जनता का सशक्तीकरण, समृद्धि और खुशहाली तेजी से बढ़ रही है। माता कौशल्या के प्राचीन मंदिर परिसर का सौंदर्यीकरण करने का संकल्प पूरा किया गया है। साथ ही राम वन गमन पथ (Ram Van Gaman Path) के विकास का काम तेजी से किया जा रहा है। यह इस बात का प्रतीक है कि मेरी सरकार लोक आस्थाओं के सम्मान के साथ विकास से नाता जोड़ रही है।