रायपुर। गणतंत्र दिवस के अवसर पर छत्तीसगढ़ के महान विभूति स्वतंत्रता संग्राम सेनानी त्यागमूर्ति ठा. प्यारेलाल सिंह के नाम आजाद चौक,हांडीपारा छत्तीसगढ़ी भवन, रामसागर पारा,रौठार चौक से तेलघानी चौक तक 60 वर्ष पहले से ही रखा गया था। जिसे शासन-प्रशासन ने आम जनता से भुलवा चुकी थी।इसलिए राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा(kisan morcha ) के नेताओं ने इतिहास पुरुषों के नाम पर रखे गए मार्ग के नामों को पुनः स्थापित करने का संकल्प लिया है।
इसी कड़ी में किसान एवं मजदूरों के मसीहा, सहकारिता के पुरोधा, स्वतंत्रता संग्राम सेनानी त्यागमूर्ति के नाम से विख्यात ठा. प्यारेलाल सिंह के नाम से आजाद चौक से हांडीपारा छत्तीसगढ़ी भवन, रामसागर पारा, राठौर चौक से तेलघानी चौक तक राज्य आंदोलनकारी छत्तीसगढ़ संयुक्त किसान मोर्चा(kisan morcha ) के प्रदेश अध्यक्ष अनिल दुबे,दाऊ जी.पी. चंद्राकर,जागेश्वर प्रसाद, इंजी.अशोक ताम्रकार, वेगेन्द्र सोनवेर के नेतृत्व में घर-घर ,दुकान, होटल, बैक और अन्य संस्थानों में स्टीकर लगाने का अभियान चलाया।
गणमान्य नागरिकों ने लिया भाग
इस अभियान में प्रमुख रूप से वरिष्ठ साहित्यकार काविश हैदरी,डॉ.पंचराम सोनी, सुखनवर हुसैन,जिलानी खान,वरिष्ठ पत्रकार राजेश सिंह बिसेन,सुशील दुबे, गिरधारी सिंह ठाकुर, श्यामुराम सेन,अशोक कश्यप,सतीश वर्मा, दशरथ शर्मा,सालिक राम निषाद सहित अनेकों गणमान्य नागरिकों ने भाग लिया ।नाम पट्टिका और स्टीकर लगाने के साथ ही त्यगमूर्ति ठा. प्यारेलाल सिंह जी अमर रहे, सहकारिता के पुरोधा, किसान मजदूरों के मसीहा ठा. प्यारेलाल सिंह जी अमर रहे के नारों से इलाका गुंजायमान हो गया।