रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) में कोरोना की तीसरी लहर (Third Wave Of Corona) में भले ही मौतों का अंबार नहीं लगा है, लेकिन ध्यान देने वाली बात यह है कि इस बार होने वाली ज्यादातर मौतों (Maximum Death) के पीछे वजह वैक्सीन (Vaccine) ही है। कोरोना की चपेट में आए उन्हीं लोगों की मौतें ज्यादा हुईं हैं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाया था, वहीं वैक्सीन का दोनों डोज (Both Dose Of Vaccine) लगाने वाले ज्यादातर लोगों की टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव (Positive) आने के बावजूद उन्हें हॉस्पिटल (Hospital) जाने तक की जरुरत नहीं पड़ी है।
उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कोरोना महामारी से देश को निजात दिलाने के लिए बड़ा फैसला करते हुए वैक्सीनेशन (Vaccination) को पूरी तरह से मुफ्त (Free) घोषित कर दिया। नतीजतन, देश में 160 करोड़ से ज्यादा डोज लगाए जा चुके हैं। देश में कोरोना वैक्सीनेशन अभियान अब भी निरंतर जारी है और लोगों को सुरक्षित रहने के लिए वैक्सीन का दोनों डोज जल्द से जल्द लगवाने की अपील की जा रही है।
वैक्सीनेशन को लेकर छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की स्थिति पर बात करें, तो प्रदेश में 18+ से लेकर उम्रदराज लोगों को वैक्सीनेट करने का अभियान जोरोें पर है। प्रदेश में 99 % लोगों ने पहला डोज लगवा लिया है, तो दूसरे डोज में भी 70 % लोग आ चुके हैं। अब केवल 30 % ही ऐसे लोग हैं, जिन्हें दूसरा डोज लगाना शेष है।
असल परेशानी का सबब ये
छग में कोरोना (Corona) की तीसरी लहर (Third Wave) अब भी शबाब पर है। इसकी चपेट में आने वाले लोग जल्द स्वस्थ भी हो जा रहे हैं और उनकी वजह से कम्यूनिटी स्प्रेड (Community Spread ) भी नहीं हो रहा है, लेकिन प्रदेश में 1,88,244 लोग ऐसे हैं, जिन्होंने अभी तक कोरोना से बचाव के लिए पहला डोज (First Dose) तक नहीं लगवाया है। ये वही 1 % हैं, जबकि 99% फीसदी पहले डोज से वैक्सीनेट हो चुके हैं, और जल्द ही दूसरा डोज भी उन्हें लग जाएगा।