रायपुर। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश में रेत के अवैध उत्खनन को लेकर आम हो रही शिकायतों के बीच दो टूक बयान दिया है। सीएम बघेल ने कहा कि अवैध उत्खनन के खिलाफ प्रशासन ने यदि सख्ती नहीं अपनाई, तो उनके खिलाफ शासन की सख्ती नजर आएगी। सीएम बघेल ने इसके साथ यह भी कहा है कि इस तरह के मामलों को रोकाना अब कलेक्टर और जिले के एसपी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी होगी।
प्रदेश में अवैध रेत उत्खनन को लेकर कई तरह की शिकायतें सामने आ चुकी है। यहां तक कि अवैध उत्खनन रोकने गए अफसरों पर हमले भी हुए हैं। अवैध कारोबार को अंजाम लेने वालों की इन हरकतों को लेकर प्रशासन में दहशत का माहौल देखने में आया है। इसकी उलट अवैध रेत उत्खनन करने वाले माफियाओं को इससे शह मिलने लगा है।
मुख्यमंत्री श्री @bhupeshbaghel ने अवैध रेत उत्खनन के विरुद्ध सख़्त कार्यवाही करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने कहा कि कार्यवाही न होने पर अधिकारियों के विरुद्ध कड़ी कार्यवाही की जाएगी। अवैध रेत उत्खनन रोकना ज़िले के कलेक्टर-एसपी की व्यक्तिगत ज़िम्मेदारी होगी।@CG_Police #IAS
— CMO Chhattisgarh (@ChhattisgarhCMO) January 28, 2022
आलम यह है कि प्रदेश के सभी रेत घाटों से रेत का अवैध उत्खनन धड़ल्ले से हो रहा है, लेकिन उस पर अंकुश नहीं लग पा रहा है, इसकी शिकायत अब सीधे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल से होने पर उन्होंने सख्त फैसला सुना दिया है। सीएम बघेल ने बहुत ही स्पष्ट लफ्जों में कहा है कि प्रदेश में अवैध गतिविधियों को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
सीएम बघेल ने प्रदेश के सभी जिलों के कलेक्टर और पुलिस अधीक्षकों को सख्त निर्देश देते हुए एक तरह से फ्री हैंड भी दे दिया है कि वे अवैध कारोबारियों के खिलाफ जिस हद तक चाहे सख्ती बरत सकते हैं। अब देखने का विषय है कि सीएम बघेल के इस निर्देश के बाद अवैध माफियाओं के खिलाफ कैसा रुख प्रदेश के अफसरान उठाते हैं।