रायपुर। छत्तीसगढ़ में समर्थन मूल्य पर कोदो, कुटकी और रागी की खरीदी (Purchase of Kodo, Kutki and Ragi on support price) के लिए समयावधि अब 15 फरवरी 2022 तक बढ़ा दी गई है। इसके पहले इन मिलेट फसलों की खरीदी के लिए 31 जनवरी तक की तिथि निर्धारित थी। राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में वर्षा होने के कारण मिंजाई में हुई देरी चलते राज्य सराकर ने किसानों के हित में ये महत्वपूर्ण निर्णय लिया है।
राज्य के वन क्षेत्रों के आसपास रहने वाले वनवासियों के द्वारा परंपरागत रूप से कोदो, कुटकी और रागी जैसे मिलेट फसलों की खेती (Millet Crop Cultivation) को बढ़ावा देने के लिए भूपेश सरकार (bhupesh government) ने इस साल से समर्थन मूल्य पर खरीदी करने का निर्णय लिया है। इसके तहत अब 1 दिसम्बर 2021 से 15 फरवरी 2022 तक चलने वाले इस खरीदी अभियान के तहत वनवासियों-किसानों से कोदो-कुटकी का समर्थन मूल्य 30 रुपये प्रति किलोग्राम और रागी का समर्थन मूल्य 33.77 रुपये प्रति किलोग्राम निर्धारित किया गया है।
कम हो रहा था इनका उत्पादन
बता दें कि पिछले कुछ सालों के दौरान इन मिलेट फसलों का न्यूनतम समर्थन मूल्य नहीं होने के कारण कोदो, कुटकी और रागी जैसे मिलेट फसलों का उत्पादन धीरे-धीरे कम होता जा रहा था। राज्य सरकार ने इन परिस्थितियों पर विचार करते हुए कोदो, कुटकी और रागी को इस साल से छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ (cg State Minor Forest Produce Association) के माध्यम से खरीदने का निर्णय लिया है।
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जारी है खरीदी
राज्य में वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में राज्य में कोदो, कुटकी और रागी का समर्थन मूल्य पर खरीदी सुव्यवस्थित ढंग से जारी है। इस संबंध में प्रमुख सचिव वन एवं जलवायु परिवर्तन मनोज पिंगुआ ने बताया कि इनकी खरीदी का कार्य वर्तमान में राज्य के समस्त प्राथमिक लघु वनोपज सहकारी समितियों के माध्यम से हो रहा है।
ढाई करोड़ रुपये के मिलेट प्रोडक्ट्स की खरीदी
प्रबंध संचालक राज्य लघु वनोपज संघ संजय शुक्ला ने बताया कि प्रदेश में अब तक करीब ढाई करोड़ रुपये मूल्य की 07 हजार 799 क्विंटल कोदो, कुटकी और रागी की खरीदी हो चुकी है। इनमें 05 हजार 990 क्विंटल कोदो, 01 हजार 112 क्विंटल कुटकी और 697 क्विंटल रागी शामिल है।