लता मंगेश्कर, एक ऐसा नाम जिनकी पहचान उनकी मधुर आवाज थी। देश ही नहीं, बल्कि दुनियाभर के लोगों के दिलों में राज करने वाली स्वर साम्राज्ञी लता मंगेश्कर आज हमेशा के लिए खामोश हो गईं हैं, लेकिन बरसों तक उन्होंने जिन गीतों को अपनी आवाज से इस दुनिया में मशहूर किया है, वे आज नहीं, कल नहीं, बल्कि आने वाले कई दशकों तक भारत से लेकर दुनियाभर में उनकी मौजूदगी का अहसास कराते रहेंगे।
स्व0 लता मंगेश्कर ने जिन गीतों को भी अपनी आवाज से सजाया, मानों उसमें जादुई पंख लग गए और ना चाहते हुए भी लोग आज भी उन गीतों को सुनने और गुनगुनाने के लिए मजबूर हो जाते हैं। उनकी आवाज का जादू पूरी दुनिया में इस कदर छाया, जिसे लोग नहीं भूला सकते। हर इंसान के जीवन में कई लम्हें आते हैं। स्वर साम्राज्ञी स्व. लता जी ने अपने जीवनकाल में जिन गीतों को अपनी आवाज दी है, हर इंसान उन लम्हों को जीता है और उनके गाए गीतों को जरूर याद करता है।
‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी’
देश की आजादी का वह पल भारत के हर इंसान के दिल में जोश भर देता है, देश के वीर सैनिकों के जज्बे की लड़ाई, खून से लथपथ काया फिर भी दुश्मन को जमींदोज करने के उस साहस को खुली आंखों से आम इंसान नहीं देख सकता, लेकिन वो लता जी ही थीं, जिन्होंने अपने गीत ‘ऐ मेरे वतन के लोगों, जरा आंख में भर लो पानी’ से देश के हर इंसान को उस युद्ध के मैदान में मानों खड़ा कर दिया था।
आज का दिन भारत के लिए कड़वे जहर की तरह है, लेकिन विधि के विधान और ईश्वर की इच्छा के सामने हर किसी को नतमस्तक होना पड़ता है। यह अकाट्य सत्य है कि इस धरती पर आए हर इंसान को आखिर एक दिन अपने देह का त्याग करना पड़ता है। लता जी भी आज अपने देह का त्याग कर चुकी हैं, लेकिन ताउम्र यादों में अपनी विशेष जगह बना गईं हैं।