लता जी का जन्म 28 सितंबर, 1929 को मध्य प्रदेश(madhyapradesh ) के इंदौर में हुआ था। उनके पिता पंडित दीनानाथ मंगेशकर रंगमंच के कलाकार और गायक थे। लता जी को बचपन से ही गाने का शौक था और म्यूजिक(music ) में उनकी दिलचस्पी (interest )भी शुरू से ही थी। लता ने 13 साल की उम्र में पहली बार साल 1942 में आई मराठी फिल्म ‘पहली मंगलागौर’ में गाना गाया। हिंदी फिल्मों में उनकी एंट्री साल 1947 में फिल्म ‘आपकी सेवा’ के जरिए हुई।
आपको बता दे कि स्वर कोकिला लता मंगेशकर(Lata Mangeshkar)अब हमारे बीच नहीं रहीं। उन्होंने रविवार सुबह 8 बजे मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल(candy hospital ) में आखिरी सांस ली। 92 साल की लता मंगेशकर को 29 दिन पहले 8 जनवरी को कोरोना और निमोनिया के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लता जी की पार्थिव देह दोपहर करीब 1.10 बजे उनके घर ‘प्रभु कुंज’ पहुंची थी। इसके बाद उनका पार्थिव शरीर उनके घर से तिरंगे में लपेटकर सेना के ट्रक में रख कर शिवाजी पार्क लाया गया। जहां राजकीय सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार शाम 7 बजकर 16 मिनट पर किया गया।
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जान से मारने की हुई थी कोशिश
1962 में जब लता 32 साल की थी तब उन्हें स्लो प्वाइजन दिया गया था। लता की बेहद करीबी पद्मा सचदेव ने इसका जिक्र अपनी किताब ‘ऐसा कहां से लाऊं’ में किया है।
इसलिए आई थी दूरी
एक इंटरव्यू में आशा ने खुद बताया था कि लता मंगेशकर ने आशा और गणपत के इस रिश्ते को मंजूरी नहीं दी थी। इसके बाद दोनों के बीच काफी दूरी आ गई और काफी समय तक दोनों में कोई बात नहीं हुई। आशा भोसले से उस वक्त परिवार ने सभी संबंध तोड़ दिए थे।