रायपुर। छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh) की राजधानी रायपुर (Raipur) के रेलवे रिजर्वेशन काउंटर (Railway Reservation Counter) में रविवार—सोमवार की दरम्यानी रात अचानक आग लगने से हड़कंप मच गया था। आनन—फानन में फायर ब्रिगेड को सूचना दी गई, मौके पर पहुंची फायर ब्रिगेड की टीम (Firefighting Team ) ने करीब डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद आग पर काबू पा लिया। हालांकि भीतर रखे दस्तावेज खाक हो गए, पर गनीमत किसी तरह की जनहानि नहीं हुई और ना ही बड़ी आर्थिक क्षति हुई है।
इन सबके बाद सवाल जो सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है, वह यह कि आखिर आगजनी के पीछे वजह क्या थी? आमतौर पर शॉर्ट—सर्किट (Short-Circuit)को इसकी वजह मानी जाती है। रेलवे रिजर्वेशन काउंटर (Railway Reservation Counter) में भी आगजनी के पीछे वजह शॉर्ट—सर्किट (Short-Circuit) को ही माना जा रहा था, लेकिन हकीकत नहीं है। इस मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है।
दरअसल, रिजर्वेशन काउंटर में आग लगी नहीं, बल्कि लगाई गई है। मामले की जांच में इस बात का खुलासा हुआ है कि एक अज्ञात शख्स जो चोरी की नीयत से वहां पर दाखिल हुआ था, उसने नगदी नहीं मिलने पर अपनी खींझ के चलते आगजनी की वारदात को अंजाम दिया और वहां से चलता बना। यह सब सीसीटीवी कैमरे में कैद होने की बात कही जा रही है।
डीआरएम ने कराई जांच
सोमवार सुबह 9 बजे डीआरएम (DRM) घटनास्थल पर पहुंचे और जांच का आदेश दिया। पहले आग लगने की घटना शॉर्ट सर्किट से होना समझा जा रहा था, लेकिन सीसीटीवी फुटेज (CCTV Footage) में खुलासा हुआ कि एक अज्ञात चोर (Unknown Thief) रात 12.30 भवन में घुसा। लगभग दो घंटे के बाद चोर वहां से तीन कंप्यूटर (Computer) लेकर बाहर निकला। इसके बाद ही स्टोर रूम में आग लगा दी। स्टोर रूम के ऊपर यात्रियों का विश्रामगृह है, जिस समय आग लगी थी, ऊपर कमरे में चार से पांच यात्री सो रहे थे।
एक ही शख्स आया नजर
बता दें कि सीसीटीवी (CCTV) में एक ही चोर नजर आ रहा है, लेकिन और भी लोग इसमें शामिल हो सकते हैं। जांच के बाद इसका खुलासा होेगा। कंप्यूटर चोरी होने से जरूरी दस्तावेज का नुकसान रेलवे को हो सकता है। रेलवे के अधिकारियों का कहना है, स्टाेर रूम में जले दस्तावेज महत्वपूर्ण नहीं थे। हर 6 महीने के बाद जला ही दिया जाता है। जरूरी कागज आलमारी में सुरक्षित हैं।