यूजर्स को बहुत जल्द सुपर-फास्ट 5G इंटरनेट स्पीड का मजा मिलने वाला है। भारत में 5G सर्विस की शुरुआत कुछ ही कदम दूर है। केंद्रीय टेलिकॉम मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया है कि भारत में 5G सेवा का विस्तार आखिरी चरण में है। इंडिया टेलीकॉम 2022 बिजनेस एक्सपो को संबोधित करते हुए टेलिकॉम मंत्री ने कहा, “भारत अपना स्वदेशी 4G कोर और रेडियो नेटवर्क खड़ा कर चुका है। 5G नेटवर्क का काम भी अब आखिरी चरण में है। अब तो देश आज की तारीख में 6G को विकसित करने की दिशा में काम कर रहा है।”
‘तैयार होंगे 85 हजार सेमीकंडक्टर इंजीनियर’
केंद्रीय मंत्री वैष्णव ने बताया कि इलेक्ट्रॉनिक मैन्युफैक्चरिंग में भारत लगातार विकसित हो रहा है। उन्होंने कहा, “आज की तारीख में भारत के इलेक्ट्रिक मैन्युफैक्चरिंग का बाजार 75 बिलियन डॉलर का है और यह 20% से ज्यादा CAGR की दर से ग्रोथ कर रहा है।” इस दौरान उन्होंने बताया कि सरकार सेमी कंडक्टर प्रोग्राम चला रही है, जिसमें 85 हजार सेमीकंडक्टर इंजीनियर तैयार होंगे।
इसी साल होगी 5G स्पेक्ट्रम की नीलामी
जहां तक 5G सेवा की बात है तो अपने बजट स्पीच में केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने भी कहा था कि इस साल प्राइवेट कंपनियों के लिए 5G स्पेक्ट्रम का ऑक्शन कर दिया जायेगा। ग्रामीण इलाकों में सस्ती ब्रॉडबैंड और मोबाइल सर्विस देने के लिए ऐनुअल USO फंड का पांच प्रतिशत आवंटित किया जाएगा। सीतारमण ने यह भी कहा था कि गांवों में ऑप्टिकल फाइबर बिछाने के लिए 2022-23 में पीपीपी के जरिए कॉन्ट्रैक्ट दिए जाएंगे और इसके साल 2025 तक पूरा होने की संभावना है।