रायपुर। राजधानी के पुलिस परेड ग्राउंड (Police Parade Ground) में पुलिस बल को आंसू गैस और वाटर कैनन (tear gas and water cannon) का इस्तेमाल करना पड़ा। आखिर ऐसा क्या हुआ। जिसके चलते राजधानी रायपुर ( Raipur ) के सभी अधिकारियों को पुलिस ग्राउंड पहुंचना पड़ा? क्या वजह थी जिसके चलते सालों बाद पुलिस को वाटर कैनन के साथ आंसू गैस का इस्तेमाल करना पड़ा? आखिर बड़ी संख्या में पहुंचे हुए लोग कौन हैं, जिनके साथ पुलिस को घंटों तक जद्दोजहद करनी पड़ी? यह सवाल आपके मन में जरूर चल रहा होगा। तो हम आपको बताते इसकी पूरी सच्चाई।
ग्राउंड में मौजूद लोगों में मचा हड़कंप
रायपुर पुलिस पुलिस परेड ग्राउंड में आज जो कुछ भी हुआ, उसे देखकर हर कोई स्तब्ध हो गया। क्योंकि पुलिस ग्राउंड में जमकर हंगामा हुआ। पुलिसकर्मियों के ऊपर पत्थर बरसाए गए। लाठी-डंडे से भी हमला किया गया। यह नजारा देख ग्राउंड में मौजूद कुछ लोग तो घबराकर भाग ही गए। कुछ समय बाद पूरे शहर में सनसनी फैल गई कि, ग्राउंड में बड़ी संख्या में कुछ लोग पहुंचे हैं, जो पुलिसकर्मियों पर पथराव करने के साथ पिटाई भी कर रहे हैं। ऐसे में पुलिस को वाटर कैनन और अश्रुगैस का इस्तेमाल करना पड़ा।
जिला प्रशासन द्वारा किया गया मॉकड्रिल
जैसे ही पुलिस द्वारा वाटर कैनन और अश्रुगैस के इस्तेमाल किए जाने की खबर लगी तो बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटनी शुरू हो गई थी। वैसे बता दें कि यह कोई बलवा या हंगामा नहीं था, बल्कि जिला प्रशासन द्वारा कानून व्यवस्था से निपटने के लिए कराया गया मॉकड्रिल था ताकि भविष्य में इस तरह की कोई स्थिति निर्मित हो तो उससे निपटा जा सके।
आखिर क्यों करवाना पड़ रहा मॉकड्रिल
बीते कुछ महीनों से राजधानी रायपुर में कई बड़े प्रदर्शन हुए हैं, जिसमें पुलिस को प्रदर्शनकारियों से जद्दोजहद करनी पड़ी थी। हालात यह थे कि प्रदर्शनकारियों ने एक महिला पुलिस अफसर की पिटाई भी कर दी थी, जबकि तीन दिन पहले पूर्व मंत्री राजेश मूणत के भी वीडियो खूब वायरल हुए हैं, जिसमें पुलिस अफसर के साथ अभद्रता करते दिखाई दे रहे हैं। भविष्य में कुछ अनहोनी न हो जाए, इसी के मद्देनजर जिला प्रशासन को मॉकड्रिल करवाना पड़ा।
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