दंतेवाड़ा। जिले में लोन वर्राटू अभियान (Lone Varratu Campaign) से प्रभावित होकर मंगलवार को 3 नक्सलियों ने सरेंडर किया है। इनमें से 2 नक्सलियों पर 1-1 लाख रुपये का इनाम भी घोषित है। दंतेवाड़ा में CRPF DIG विनय कुमार सिंह और दंतेवाड़ा एसपी सिद्धार्थ तिवारी (Dantewada SP Siddharth Tiwari) के सामने तीनों ने आत्मसमर्पण किया है। अफसरों ने तीनों नक्सलियों का स्वागत किया। बताया जा रहा है कि ये तीनों कई बड़ी घटनाओं में शामिल रहे हैं।
इनमें से डीएकेएमएस अध्यक्ष दशरथ उर्फ कोटलू माड़वी (29) और केएबीएस अध्यक्ष मंगड़ू नुप्पो (27) पर 1-1 लाख रुपये का इनाम घोषित है। वहीं मिलिशिया सदस्य मोटू कुहड़ामी (24) ने भी सरेंडर किया है। आत्मसमर्पण करने के बाद इन तीनों नक्सलियों ने अफसरों से कहा कि नक्सली विकास के विरोधी हैं, लेकिन वे सरेंडर के बाद अपने इलाके में विकास चाहते हैं। जिससे ग्रामीणों को स्कूल, आश्रम, अस्पताल, सड़क जैसी मूलभूत सुविधा मिल सके। सरेंडर नक्सलियों ने कहा कि वे अब विकास का साथ देंगे।
पुलिस ने किया स्वागत
एसपी सिद्धार्थ तिवारी ने बताया कि ये तीनों नक्सली हत्या, लूट , आगजनी, सड़क काटना, पुल तोड़ना, पुलिस पार्टी की रेकी करना, IED प्लांट (आईईडी ब्लास्ट) करना और बड़े नक्सली लीडरों के बैठक की व्यवस्था करने का काम किया करते थे। तीनों नक्सलियों ने लोन वर्राटू अभियान (Lone Varratu Campaign) और सरकार की नक्सल पुनर्वास नीति (Naxal Rehabilitation Policy) से प्रभावित होकर आत्मसमर्पण किया है।
डीआरजी में शामिल हुए कई नक्सली
दंतेवाड़ा पुलिस (Dantewada Police) जिले में लोन वर्राटू यानी घर वापस आइए अभियान चला रही है। इस अभियान के तहत पिछले डेढ़ साल में जिले में अब तक 515 नक्सली सरेंडर कर चुके हैं। इनमें से 127 नक्सलियों पर इनाम भी घोषित है। आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में कमांडर स्तर के नक्सलियों ने भी सरेंडर किया है। इतना ही नहीं कई ऐसे नक्सली भी हैं जो सरेंडर करने के बाद डीआरजी (DRG) में भी शामिल हुए हैं।