बिलासपुर। छत्तीसगढ़ में सफेद चंदन लकड़ी की तस्करी (white sandalwood smuggling in chhattisgarh) करने का मामला सामने आया है। तस्कर तो पुलिस के चंगुल से बच निकले, लेकिन पुलिस ने 100 किलो से सफेद चंदन की लकड़ी जब्त कर ली है। चंदन की इस लकड़ी की कीमत 5 लाख रुपये बताई जा रही है।
रतनपुर थाना टीआई हरविंदर सिंह ने बताया कि उन्हें सूचना मिली थी कि दो संदिग्ध युवक बस स्टैंड में दो बोरियों में कुछ लेकर खड़े हैं। इस पर उन्होंने टीम भेजकर पता करने के निर्देश दिए। जब पुलिस बस स्टैंड पहुंची तो दोनों युवक बोरी को छोड़कर खेत की ओर भाग निकले।
100 किलो है लकड़ियों का वजन
इसके बाद पुलिस ने कुछ दूर तक दोनों का पीछा भी किया। हालांकि दोनों शख्स भागने में कामयाब रहे। पुलिस ने जब बोरी को खोलकर तलाशी ली, तब उसमें से सफेद चंदन लकड़ी (white sandalwood) मिली। जिसे पुलिस ने वजन भी कराया। इसका वजन करीब 100 किलो पाया गया। फिलहाल पुलिस ने लकड़ियों को जब्त कर लिया है। साथ ही तस्करों की जानकारी जुटाने में लगी हुई है।
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गौरेला-अमरकंटक में पाए जाते हैं चंदन के पेड़
जानकारी करने पर पुलिस ने पाया कि रतनपुर में चंदन की लकड़ी नहीं मिलती। चंदन के पेड़ (sandalwood tree) ज्यादातर गौरेला, अमरकंटक और कोरिया जिले में पाए जाते हैं। पुलिस को शक है कि तस्कर गौरेला या अमरकंटक तरफ से चंदन की लकड़ी लेकर आए होंगे और उसे बस में लेकर यूपी जाने की फिराक में रहे होंगे।
कन्नौज और कानपुर जाने की आशंका
पुलिस के मुताबिक चंदन की लकड़ी की खपत (sandalwood consumption) कानपुर और कन्नौज में ज्यादा होती है। क्योंकि यहां पर इत्र बनाया जाता है। ऐसे में आशंका जताई जा रही है कि तस्करी करने वाले युवक चंदन की लकड़ियों को बस में लेकर यूपी जाने वाले थे। बस स्टैंड में रात को यूपी जाने वाली बसें भी आती है।