वास्तु शास्त्र में एक्वेरियम(acquarium) का विशेष महत्व है। यह घर की खूबसूरती को बढ़ाने के साथ-साथ खुशहाली भी लाता है। दरअसल एक्वेरियम के भीतर बहने वाले पानी(water ) की आवाज से घर में सकारात्क(positive ) ऊर्जा का प्रवाह होता है। साथ ही घर में धन-संपत्ति भी बढ़ती है। आइए जानते हैं एक्वेरियम से संबंधित वास्तु टिप्स(vastu tips )।
ज्योतिषाचार्य अनीष व्यास ने बताया कि घर में रखी सभी वस्तुओं का सकारात्मक या नकारात्मक असर हमारे जीवन पर होता है। वास्तु शास्त्र(vastu shastra ) के अनुसार, अगर वस्तुएं गलत जगह पर रखी रहती हैं तो हमें नकारात्मक ऊर्जा का सामना करना पड़ता है। घर में सकारात्मकता(positive )(acqarium ) बढ़ाने के लिए अधिकतर लोग एक्वेरियम रखते हैं।
विपत्तियां(problems ) को करती है दूर
वास्तु-फेंगशुई के अनुसार फिश एक्वेरियम न सिर्फ ख़ुशी देता है बल्कि इससे घर के सदस्यों के ऊपर आने वाली सारी विपत्तियां टल जाती हैं।
सफलता और तरक्की (sucess and improvement )
कुण्डली विश्ल़ेषक अनीष व्यास ने बताया कि वहीं सही दिशा में एक्वेरियम रखने से इसमें घूमती मछलियां घर की नेगटिव एनर्जी को दूर करती हैं। अपने घर में एक छोटे से एक्वेरियम में मछलियां पालना सौभाग्यवर्धक माना गया है।
मछलियां की संख्या कम से कम नौ(nine )
एक्वेरियम में मछलियों की संख्या कम से कम नौ होनी चाहिए। इनमें से आठ मछली लाल और सुनहरे रंग की और एक काले रंग की मछली जरूर होनी चाहिए। काले रंग की मछली सुरक्षा का प्रतीक है। यह नकारात्मक शक्तियों से घर की रक्षा करती है।
मरी हुई मछली(fish ) को हटा दे
एक्वेरियम में समय-समय पर मछलियां मरती रहती हैं, मरी हुई मछली को तुरंत हटा देना चाहिए। जब कोई मछली मरती है तो वह अपने साथ नकारात्मक शक्तियों को लेकर चली जाती है।
पानी बदलते रहना चाहिए
एक्वेरियम के द्वारा घर में सकारात्मक ऊर्जा को बढ़ाने के लिए समय-समय पर इसका पानी बदलते रहना चाहिए।