दुर्ग/भिलाई। सदी के महानायक अमिताभ बच्चन अभिनीत ‘शराबी’ फिल्म का यह गाना ‘इंतहा हो गई इंतजार की, आई ना कुछ खबर मेरे यार की’ अधिकांश लोगों ने सुना होगा। इस गाने के खत्म होने के पहले ‘विक्की बाबू’ की मीना तो आ जाती है, लेकिन छत्तीसगढ़ के भिलाई में एक मीना के बुलावे पर उसका ‘विक्की बाबू’ नहीं पहुंचा। वेलेंटाइन डे के खास मौके पर प्रेमी के नहीं पहुंचने से दुखी छात्रा ने मौत को गले लगा लिया है।
मिल रही जानकारी के मुताबिक मामला छत्तीसगढ़ के भिलाई के प्रगति नगर का है। यहां पर सोमवार शाम छात्रा ने फंदा लगाकर खुदकुशी कर ली है। छात्रा की लाश उसके पेइंग गेस्ट रूम में फांसी से लटका हुआ मिला। बताया जा रहा है कि वेलेंटाइन डे पर छात्रा ने अपने प्रेमी को मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन शाम तक इंतजार करने के बाद भी नहीं पहुंचा। इसके बाद छात्रा ने अपनी जान दे दी। छात्रा दंतेवाड़ा से भिलाई पढ़ने के लिए आई थी। मामला नेवई थाना क्षेत्र का है।
जानकारी के मुताबिक, दंतेवाड़ा के बचेली निवासी दीक्षा समुद्र (22) पुत्री भरत समुद्र भिलाई के प्रगति नगर में गौरव पांडेय के मकान में पेइंग गेस्ट रहती थी। वह PGDCA की पढ़ाई कर रही थी। सोमवार शाम को दीक्षा ने दोस्तों का कॉल रिसीव नहीं किया तो वे मिलने के लिए कमरे में पहुंच गए। दरवाजा अंदर से बंद था। काफी कोशिश के बाद भी नहीं खुला तो उन्होंने खिड़की से झांक कर देखा। अंदर दीक्षा का शव लटक रहा था।
सहेली से की थी बात
दोस्तों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और दरवाजा तोड़कर अंदर घुसी। वहां कमरे में दुपट्टे के सहारे पंखे से शव लटका हुआ मिला। बताया जा रहा है कि दीक्षा ने कुर्सी पर चढ़कर फांसी लगाई है। पुलिस ने बताया कि दीक्षा ने अपने एक दोस्त को दोपहर को कॉल किया था। उसे बताया था कि वेलेंटाइन डे है, इसके बाद भी उसका बॉयफ्रेंड मिलने नहीं आया। इस वजह से वह दुखी है।