देश में जाति और धर्म के नाम पर लोगों को आपस में बांटते हैं। देश की विभिन्नता को ताकत बनाने के बजाए हमारी कमजोरी बनाने का बीज बोया जाता है। कुछ तथाकथित लोग हिन्दुस्तान की एकता के बीच अलगाव के बीज बोने हमेशा आतुर रहते हैं। देश में समाज और संप्रदाय को लेकर आए दिन तलवारें खींच रही हैं। अभी देश में हिजाब को लेकर दो धर्मों के बीच मतभेद चल रहा है। ऐसे में छत्तीसगढ़ के भाठापारा शहर की इस तस्वीर पर देशवासियों को अमल करना चाहिए। मजहब के नाम पर लड़ने और लड़ाने वालों को इस संस्कृति और मिसाल पर अपनाना चाहिए।
दरअसल, जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती तीन दिन के विशाल धर्म सभा में शामिल होने छत्तीसगढ़ के भाटापारा शहर पहुंचे हुए हैं। पुरी पीठाधीश्वर शंकराचार्य निश्चलानंद इस बीच समय निकालकर अचानक बोहरा समाज के प्रतिष्ठित व्यापारी हाजी जाहिद हुसैन के घर पधारे। दो धर्मों के इस आत्मीय मिलन के सैकड़ों लोग साक्षी बने। बोहरा समाज के लोगों ने शंकराचार्य से आशीर्वाद लिया। प्रतिष्ठित मुसलमान बोहरा परिवार ने गुरु को प्रणाम कर देश-दुनिया में सुख, शांति, अमन, चैन का आशीर्वाद मांगा। भाटापारा में दो धर्मों का आत्मीय मिलन देखने को मिला है।
हुसैन ने जगतगुरु से की दुनिया की खुशहाली का कामना
बता दें कि पुरी के जगतगुरु शंकराचार्य निश्चलानंद सरस्वती विशाल धर्मसभा के लिए 15 फरवरी को भाटापारा पहुंचे हैं। जहां शंकराचार्य अपने शिष्यों के साथ 16 फरवरी बुधवार को भाटापारा के प्रतिष्ठित व्यापारी बोहरा समाज के हाजी जाहिद हुसैन के घर पधारे। हुसैन परिवार ने हिंदू धर्म गुरु शंकराचार्य का आत्मीय स्वागत किया और उनसे आशीर्वाद लिया। हाजी जाहिद हुसैन ने गुरु से घर, परिवार, शहर और दुनिया (विश्व) की खुशहाली की कामना की। परिवार के लोगों ने गुरु के साथ आए शिष्यों का शॉल पहनाकर स्वागत किया। 16 फरवरी को श्री माहेश्वरी मिल प्रांगण में जगत गुरु की विशाल धर्म सभा भी हुई।