अहमदाबाद। आज के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) गुजरात प्रांत में लंबे समय तक मुख्यमंत्री (Chief Minister) रहे हैं। गुजरात में तीन बार के मुख्यमंत्री मोदी (Chief Minister Modi) के खिलाफ लगातार षड़यंत्र रचा गया। साल 2004, बाद साल 2008 और फिर 2012 में उनकी हत्या (Murder) के लिए साजिश रची गई। हर बार आतंकियों को ही उनकी हत्या की कमान सौंपी गई, लेकिन तीनों बार साजिश नाकाम साबित हुई। साल 2004 में गुजरात के तात्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी (CM Narendra Modi) की हत्या में एक महिला भी शामिल थी, जो एनकाउंटर का शिकार हुई थी।
उल्लेखनीय है कि भारतीय न्यायापालिका के इतिहास में 18 फरवरी, 2022 एक ऐसी तारीख के तौर पर हमेशा याद रखी जाएगी, जिस दिन सीबीआई की स्पेशल कोर्ट (Special Court CBI) ने बड़ा फैसला लिया। यह वह तारीख है, जब अब तक के भारतीय इतिहास में एक साथ 38 लोगों के खिलाफ फांसी की सजा सुनाई गई है। इससे पहले इतनी बड़ी संख्या में कभी भी ‘सजा—ए—मौत’ की सजा नहीं सुनाई गई है। वहीं 11 लोगों को ताउम्र कारावास की सजा सुनाई गई है।
यह सजा अहमदाबाद सीरियल ब्लास्ट (Ahmadabad Serial Blast) में शामिल आतंकियों को सुनाई गई है, जिन्होंने 70 मिनट के भीतर 21 धमाकों को अंजाम दिया था और जिसकी वजह से 56 मासूमों की मौत हो गई थी। इतना ही नहीं, इन धमाकों के जरिए गुजरात के तात्कालीन मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी की हत्या की साजिश भी शामिल थी, लेकिन यहां पर उन्हें नाकामी हाथ लगी थी।
इससे पहले और बाद भी
आज के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Modi) साल 2004 में भी गुजरात के मुख्यमंत्री (CM Gujrat) थे और साल 2012 में भी सत्ता उनके ही हाथ थी। साल 2008 के सीरियल ब्लास्ट (Serial Blast) के पहले 2004 में पीएम मोदी को टारगेट करने का प्लान था, जिसमें महिला आंतकी इशरत जहां के अलावा शामिल जावेद शेख, अमजद अली राणा और जिशान जौहर का एनकाउंटर हुआ था।
वहीं इसके बाद साल 2012 में भी मोदी की हत्या की साजिश का पर्दाफाश हुआ था। गुजरात पुलिस ने खुलासा किया थी है कि मणिनगर पुलिस कांस्टेबल विनय यादव का हत्यारा विकारुद्दीन और अमजद अहमदाबाद में मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी की हत्या की साजिश को अंजाम देने आए थे। दोनों एक कार्यक्रम के दौरान मोदी की हत्या करना चाहते थे, लेकिन उनकी जबर्दस्त सिक्युरिटी के चलते नाकाम रहे थे।