रायपुर। देश में कोरोना महामारी की वजह से बीते दो सालों से स्कूलों में ताला लटका हुआ है। बीच—बीच में स्कूलों को खोलने का आदेश जारी हुआ, लेकिन उस पर भी कोरोना की वक्रदृष्टि पड़ गई और स्कूल खुलकर बंद भी हो गए। वहीं छोटे बच्चों जिसमें प्री—प्राइमरी और प्राइमरी के बच्चे शामिल हैं, उन्होंने स्कूल का चेहरा भी नहीं देखा है और दो साल बड़े भी हो गए। लेकिन अब सभी स्कूलों को 100 प्रतिशत क्षमता के साथ खोलने का आदेश जारी कर दिया गया है।
प्रदेश में कोरोना की तीसरी लहर से बच्चों को बचाना सबसे ज्यादा जरुरी था, जिसके चलते शासन स्तर से स्कूलों को बंद रखने का आदेश जारी किया गया था। उस आदेश को निरस्त करते हुए अब, चूंकि परिस्थितियां अनुकूल हो चुकी हैं और नया शिक्षण सत्र भी आने को है। ऐसे में राज्य सरकार ने प्राइमरी से लेकर 12 वीं तक की कक्षाओं को नियमित तौर पर शुरु किए जाने का आदेश जारी किया है।
निजी स्कूल संचालक भी इस आदेश के इंतजार में थे। उन्होंने भी बच्चों के पालकों को स्कूल खुलने संबंधी जानकारी से अवगत करा दिया है और बच्चों को स्कूल भेजने मानसिक तौर पर तैयार करने का आग्रह किया है। शासन के आदेशानुसार आज से ही प्रदेश में प्राइमरी स्कूल खुल जाएंगे, सभी स्कूल शत् प्रतिशत उपस्थिति के साथ खुलेंगे। आज 2 साल बाद ऐसा पहला मौका होगा जब कि शत्-प्रतिशत उपस्थिति के साथ स्कूल खुलेंगे। इससे पहले 50% उपस्थिति के साथ खुल रहे थे।
10 वीं व 12 वीं के लिए
विदित है कि इस बार सरकार ने Off Line परीक्षा आयोजित करने का आदेश जारी किया है। छग माशिमं ने दसवीं और बारहवीं की परीक्षा का भी ऐलान कर दिया है। जिसके तहत 12 वीं बोर्ड की परीक्षाएं 2 मार्च से तो 10 वीं की परीक्षाएं 3 मार्च से आयोजित की जाएंगी। इससे पहले कोर्स पूरा करने के लिए अब रविवार को भी इन बच्चों की कक्षाएं लगाए जाने की जानकारी दी जा रही है।