Grand NewsGrand News
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Search
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Reading: छत्तीसगढ़ बस्तर अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार व पूर्व संभाग कमिश्नर त्रिलोक महावर ग्वालियर में कृति सम्मान से होंगे सम्मानित
Share
Notification Show More
Font ResizerAa
Font ResizerAa
Grand NewsGrand News
Search
  • छत्तीसगढ़
  • मध्य प्रदेश
  • मनोरंजन
  • खेल
  • धर्म
  • वायरल वीडियो
  • विदेश
Follow US
© 2022 Foxiz News Network. Ruby Design Company. All Rights Reserved.
Grand Newsबस्तर

छत्तीसगढ़ बस्तर अंचल के वरिष्ठ साहित्यकार व पूर्व संभाग कमिश्नर त्रिलोक महावर ग्वालियर में कृति सम्मान से होंगे सम्मानित

Mahak Qureshi
Last updated: 2022/02/21 at 8:25 AM
Mahak Qureshi
Share
3 Min Read
SHARE

बस्तर। bastar  छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के माटी पुत्र एवं वरिष्ठ साहित्यकार त्रिलोक महावर trilok mahavar को 13 मार्च को मध्य प्रदेश madhya pradesh ग्वालियर में आयोजित एक समारोह में साहित्य के प्रतिष्ठित पुरस्कार “कृति सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह सम्मान हाल ही में प्रकाशित उनके काव्य संग्रह नदी के लिए सोचो के लिए दिया जा रहा है।

Contents
बस्तर। bastar  छत्तीसगढ़ के बस्तर अंचल के माटी पुत्र एवं वरिष्ठ साहित्यकार त्रिलोक महावर trilok mahavar को 13 मार्च को मध्य प्रदेश madhya pradesh ग्वालियर में आयोजित एक समारोह में साहित्य के प्रतिष्ठित पुरस्कार “कृति सम्मान” से सम्मानित किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि यह सम्मान हाल ही में प्रकाशित उनके काव्य संग्रह नदी के लिए सोचो के लिए दिया जा रहा है।इस पुस्तक का लोकार्पण विगत 1 जनवरी 2022 को सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल द्वारा रायपुर में किया गया था। आयोजक प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था किस्सा कोताह के संचालक ए असफल के अनुसार स्वयं उन्होंने राज बोहरे एवं राम गोपाल भावुक की जूरी ने पुरस्कार हेतु चयन में भूमिका अदा की। वर्तमान समय में जल वायु एवं प्रकृति पर मंडरा रहे खतरे और उससे निपटने के लिए जन जागरण की मुहिम छेड़ने वाली यह पुस्तक प्रकाशित होते ही काफी चर्चित हो गई है, जो अमेजान पर उपलब्ध है।विशेष रुप से प्राकृतिक जल स्रोतों के भयावह प्रदूषण को यह पुस्तक भली – भांति इंगित करती है। नदियों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। हवा दिनोंदिन जहरीली होती जा रही है। मिट्टी रसायनों के जहर से प्रदूषित हो गई है ।कटते जंगल , पिघलते ग्लेशियर व ग्लोबल वार्मिंग पर इस रचना संग्रह में समसामयिक प्रश्न उठाए गए हैं, जो आम आदमी को भी झकझोर देते हैं। प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए नदी के लिए सोचो काव्य संग्रह का चयन किया गया है। उल्लेखनीय है कि महावर साल 1975 से रचना कर्म में हैं और मानवीय संवेदनाओं से जुड़े मुद्दों को अपनी रचनाओं में उठाते रहे हैं। अभी हाल में ही उन्हें भोपाल की संस्था साहित्य की बात ने मुरारी लाल श्रीवास्तव की स्मृति पुष्प शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया था। इससे पहले उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय स्मृति आराधक पुरस्कार नई दिल्ली, अंबिका प्रसाद दिव्य स्मृति पुरस्कार, बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स पुरस्कार, थान खमरिया हिंदी साहित्य पुरस्कार तथा पंजाब कला साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। महावर के अब तक पांच कविता संग्रह विस्मित ना होना, इतना ही नमक, हिज्जे सुधारता है चांद, शब्दों से परे और नदी के लिए सोचो प्रकाशित हो चुके हैं। राजेश जोशी रामकुमार तिवारी तथा देशभर के 30 विद्वानों उनके कृतित्व पर कविता का नया रूपा कार संग्रह में अपने विचार प्रकट किए हैं जिसे प्रतिष्ठित साहित्यकार शशांक ने संपादित किया है। महावर की पुस्तक आज के समय में कविता शीघ्र ही प्रकाशित होने जा रही है। उनकी रचनाएं देश भर की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।उन्होंने चार दशकों से भी ज्यादा समय तक आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।महावर भारतीय प्रशासनिक सेवा में वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं, एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ में प्रशासन अकादमी में संचालक हैं।

इस पुस्तक का लोकार्पण विगत 1 जनवरी 2022 को सुप्रसिद्ध वरिष्ठ साहित्यकार विनोद कुमार शुक्ल द्वारा रायपुर में किया गया था। आयोजक प्रतिष्ठित साहित्यिक संस्था किस्सा कोताह के संचालक ए असफल के अनुसार स्वयं उन्होंने राज बोहरे एवं राम गोपाल भावुक की जूरी ने पुरस्कार हेतु चयन में भूमिका अदा की। वर्तमान समय में जल वायु एवं प्रकृति पर मंडरा रहे खतरे और उससे निपटने के लिए जन जागरण की मुहिम छेड़ने वाली यह पुस्तक प्रकाशित होते ही काफी चर्चित हो गई है, जो अमेजान पर उपलब्ध है।

विशेष रुप से प्राकृतिक जल स्रोतों के भयावह प्रदूषण को यह पुस्तक भली – भांति इंगित करती है। नदियों की दुर्दशा किसी से छिपी नहीं है। हवा दिनोंदिन जहरीली होती जा रही है। मिट्टी रसायनों के जहर से प्रदूषित हो गई है ।

कटते जंगल , पिघलते ग्लेशियर व ग्लोबल वार्मिंग पर इस रचना संग्रह में समसामयिक प्रश्न उठाए गए हैं, जो आम आदमी को भी झकझोर देते हैं। प्रकृति के संरक्षण की आवश्यकता को देखते हुए नदी के लिए सोचो काव्य संग्रह का चयन किया गया है। उल्लेखनीय है कि महावर साल 1975 से रचना कर्म में हैं और मानवीय संवेदनाओं से जुड़े मुद्दों को अपनी रचनाओं में उठाते रहे हैं। अभी हाल में ही उन्हें भोपाल की संस्था साहित्य की बात ने मुरारी लाल श्रीवास्तव की स्मृति पुष्प शीर्ष सम्मान से सम्मानित किया था। इससे पहले उन्हें पंडित मदन मोहन मालवीय स्मृति आराधक पुरस्कार नई दिल्ली, अंबिका प्रसाद दिव्य स्मृति पुरस्कार, बस्तर चेंबर ऑफ कॉमर्स पुरस्कार, थान खमरिया हिंदी साहित्य पुरस्कार तथा पंजाब कला साहित्य अकादमी द्वारा सम्मानित किया जा चुका है।

 महावर के अब तक पांच कविता संग्रह विस्मित ना होना, इतना ही नमक, हिज्जे सुधारता है चांद, शब्दों से परे और नदी के लिए सोचो प्रकाशित हो चुके हैं। राजेश जोशी रामकुमार तिवारी तथा देशभर के 30 विद्वानों उनके कृतित्व पर कविता का नया रूपा कार संग्रह में अपने विचार प्रकट किए हैं जिसे प्रतिष्ठित साहित्यकार शशांक ने संपादित किया है। महावर की पुस्तक आज के समय में कविता शीघ्र ही प्रकाशित होने जा रही है। उनकी रचनाएं देश भर की प्रतिष्ठित पत्र-पत्रिकाओं में प्रकाशित हुई हैं।

उन्होंने चार दशकों से भी ज्यादा समय तक आकाशवाणी एवं दूरदर्शन में कार्यक्रम प्रस्तुत किए हैं।महावर भारतीय प्रशासनिक सेवा में वरिष्ठ अधिकारी रहे हैं, एवं वर्तमान में छत्तीसगढ़ में प्रशासन अकादमी में संचालक हैं।

TAGGED: Bastar News, Madhya Pradesh, trilok mahavar
Share This Article
Facebook Twitter Whatsapp Whatsapp Copy Link Print
Previous Article Chhattisgarh News :पुलिस थाने में खुद को किया सरेंडर, महिला नक्सली पर घोषित था 10,000 रुपए का ईनाम
Next Article आखिर मंत्री कवासी लखमा ने क्या कह दिया कि प्रदेश में गरमा गई सियासत POLITICAL NEWS : आखिर मंत्री कवासी लखमा ने क्या कह दिया कि प्रदेश में गरमा गई सियासत, जानने के लिए पढ़िए पूरी खबर
Leave a comment

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Latest News

भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) के उपाध्यक्ष राजीव शुक्ला ने छत्तीसगढ़ सदन में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय से की मुलाकात*
Grand News June 6, 2025
CG NEWS: बस्तर अब डर से नहीं, डिजिटल बदलाव से पहचाना जा रहा है: विष्णुदेव साय
Grand News छत्तीसगढ़ बस्तर June 6, 2025
CG NEWS: वृक्षारोपण से भविष्य सुरक्षित करने की मुहिम, 5 जून से स्नेहा सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की पहल
Grand News छत्तीसगढ़ दुर्ग June 6, 2025
CG NEWS: विधायक अनुज ने यूनिवर्सल पब्लिक स्कूल का किया शुभारंभ
Grand News छत्तीसगढ़ June 6, 2025
Follow US
© 2024 Grand News. All Rights Reserved. Owner - Rinku Kahar. Ph : 62672-64677.
Welcome Back!

Sign in to your account

Lost your password?